मालदीव में भारत विरोधी अभियान को अवैध घोषित करेगी वहाँ की सरकार: पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन चला रहे, चीन के हैं समर्थक

पीएम मोदी मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के साथ (दाएँ) अब्दुल्ला यामीन (बाएँ)

मालदीव में चीन के समर्थक पूर्व राष्ट्रपति अब्‍दुल्‍ला यामीन (Abdulla Yameen) द्वारा भारत के खिलाफ चलाए जा रहे जहरीले ‘इंडिया आउट’ कैंपेन के खिलाफ सत्तारूढ़ मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (Maldivian Democratic Party) ने कड़ा कदम उठाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मालदीव सरकार यामीन के भारत विरोधी अभियान को गैरकानूनी घोषित करने के लिए नया विधेयक ला रही है। ऐसा करके मालदीव एक संतुलित विदेशी नीति को अपना रहा है, जो अन्य देशों के साथ उसके संबंधों को मजबूत बनाने में कारगर सिद्ध होगा।

नए विधेयक में भारत विरोधी नारे लगाने पर 20,000 मालदीवियन रुफिया का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा 6 महीने की जेल या फिर 1 साल के लिए नजरबंद किया जा सकता है। मालदीव में पत्रकार अहमद अजान ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, “मालदीव सरकार ने India Out नारे के इस्तेमाल को अपराध घोषित करने का फैसला किया है। सत्तारूढ़ दल द्वारा तैयार किए गए विधेयक के अनुसार, इस अभियान में भाग लेने वालों को 6 महीने तक की जेल हो सकती है।”

दरअसल, जेल से छूटने के बाद अब्दुल्ला यामीन के ‘इंडिया आउट’ अभियान में और ज्‍यादा तेजी आई है। पूर्व राष्ट्रपति ने भारत पर देश की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करने और मालदीव की मौजूदा सरकार पर भारत के साथ ‘मिलीभगत’ करने का आरोप लगाया है।

ऐसे में मौजूदा राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह Ibrahim Mohamed Solih और उनकी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी एमडीपी ‘इंडिया आउट’ अभियान को रोकने के लिए संसद में एक नया विधेयक पेश करेंगे। सोलिह ‘इंडिया फर्स्ट’ विदेश नीति के प्रबल समर्थक रहे हैं। उनकी सरकार ने हाल के दिनों में पाया कि विपक्ष द्वारा भारत विरोधी जहरीला अभियान मालदीव और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुँचा सकता है।

वहीं, विपक्ष ने नए विधेयक का विरोध जताते हुए इसे मालदीव के लोगों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला करार दिया है। Progressive Congress Coalition की प्रवक्ता हीना वालीद ने आरोप लगाया, “यह लोगों के संवैधानिक अधिकारों पर सीधा हमला है। विदेशी हितों के लिए लोगों के इकट्ठा होने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन नहीं किया जा सकता है।” बीते दिनों मालदीव की सरकार में विदेश मंत्री अब्‍दुल्‍ला शाहिद ने भी यामीन को कड़े शब्‍दों में नसीहत दी थी। शाहिद ने कहा था कि मालदीव को मदद देने वाले पड़ोसी देश पर हमला करना मूर्खता है।

बता दें कि भारत और मालदीव हमेशा से अच्छे पड़ोसी देश रहे हैं। लेकिन बीते कुछ वर्षों में चीन की बढ़ती गतिविधियों के कारण मालदीव रणनीतिक रूप से भारत से दूर होता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के नेतृत्व में मालदीव में भारत विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। लोग ‘इंडिया आउट’ की टी-शर्ट पहने भारत सरकार के खिलाफ विरोध जताते नजर आ रहे हैं। उनकी माँग है कि मालदीव से भारत की मौजूदगी खत्म होनी चाहिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया