‘या तो हम रहेंगे या गुस्ताख़’: गुजरात के किशन भरवाड की हत्या का आरोपित मौलाना रखता था ‘गुस्ताखों’ की लिस्ट, इस्लामी संगठन ने की तारीफ़

गुजरात के किशन भरवाड हत्या में आरोपित मौलाना का एक और वीडियो वायरल (फाइल फोटो)

गुजरात के अहमदाबाद में मारे गए हिंदू युवक किशन भरवाड की हत्या के मामले में गुजरात ATS ने मौलाना कमर गनी उस्मानी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उसके पहले के कई वीडियो सामने आ रहे है जिसमें वह कट्टरपंथी तत्वों को उकसाने वाले बयान देता दिखाई दे रहा। अब सामने आ रहे एक अन्य वीडियो में उस्मानी ‘या हम नहीं या गुस्ताख़’ जैसे बयान देता दिखाई दे रहा है। यह वीडियो अप्रैल 2019 का बताया जा रहा है।

इस वीडियो में उस्मानी ‘तहरीक फरोग ए इस्लामी’ दिल्ली के मंच पर बैठा दिखाई दे रहा है। वीडियो में वो बोल रहा, “हमने एक स्लोगन दिया है। हमने पूरी उम्मत ए मुस्लिमां को, पूरे हिंदुस्तान के मुस्लिमों को ये पैगाम दिया है कि, “अब या हम रहेंगे या गुस्ताख़।” क्योंकि गुस्ताख़ बाहर घूमता रहे और हम आराम चैन सुकून से बैठे रहें ये हमारा इश्क गवारा नहीं करता।” वीडियो में पीछे से बेशक – बेशक की आवाजें आती हैं।

‘सुदर्शन न्यूज़’ के मुताबिक यह शब्द उस्मानी ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानन्द के विरुद्ध बोले थे। इसी कार्यक्रम में मौलाना एक लिस्ट दिखा रहा है। वो उस लिस्ट में कई लोगों का नाम भी बता रहा। वो उन सभी को गुस्ताख़ बताते हुए उन्हें सलाखों के पीछे करने की माँग कर रहा।

तहरीक फरोग ए इस्लाम ने आरोपित मौलाना उस्मानी को ‘मर्द ए कलंदर, कहा

‘तहरीक फरोग ए इस्लाम’ ने किशन भरवाड की हत्या में आरोपित मौलाना उस्मानी को “मर्द ए कलंदर’ की उपाधि दी है। तहरीक ने मौलाना की गिरफ्तारी को गैर कानूनी बताया है। साथ ही आरोपित मौलाना की शान में कसीदे गढ़े हैं।

संगठन द्वारा पोस्ट किए गए लेख के मुताबिक मौलाना पुलिस की ज्यादती के खिलाफ मज़लूमों की आवाज उठाने वाले व्यक्ति थे। इस पोस्ट में भी तमाम लोगों पर इस्लाम का अपमान करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही पुलिस को 100 बार सोचने की नसीहत दी गई है। अंत में लिखा गया, “जुल्मी के खिलाफ जितनी देर से उठोगे, क़ुरबानी उतनी ज्यादा देनी पड़ेगी।”

गौरतलब है कि किशन भरवाड की हत्या में साजिशकर्ता मौलाना उस्मानी की दिल्ली पुलिस से झगड़े हुए भी वीडियो वायरल हुई है। इसी के साथ वह कथित तौर पर पिछले साल त्रिपुरा में हुए दंगों में भी पकड़ा गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया