‘वह किडनैपिंग का हिस्सा थी, जब मुझे पीटा जा रहा था तो…’: मेहुल चोकसी ने अपनी शिकायत में लिया ‘मिस्ट्री’ महिला का नाम

मेहुल चोकसी ने अपनी कैडनैपिंग में अपनी कथित महिला दोस्त के शामिल होने का किया दावा (फ़ाइल फोटो: ANI)

भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने भारत आने से बचने के लिए एक और नया दाँव खेला है। उसने एंटीगुआ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मेहुल चोकसी ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि जब वह अपनी दोस्त बारबरा जाबारिका (Barbara Jabarica) से मिलने गया था तो उसे 8 से 10 लोगों ने बेरहमी से पीटा और उसका फोन, घड़ी व वॉलेट भी छीन लिया। अपनी शिकायत में चोकसी ने उसे जबरन मार-पीटकर डोमिनिका ले जाए जाने का आरोप लगाया है। चोकसी ने अपने अपहरण में बारबरा जाबारिका नाम की महिला का हाथ भी बताया है, जिसके साथ उसने ‘दोस्ती’ का दावा किया।

चोकसी ने आरोप लगाया कि वह बारबरा अपहरण की पूरी योजना का एक अहम हिस्सा थी। अपनी शिकायत में चोकसी ने दावा किया कि जब उसे पीटा जा रहा था और बोट पर ले जाया गया था, तब बारबरा ने उसकी मदद करने की कोशिश नहीं की।

अपनी शिकायत में चोकसी ने कहा, ”पिछले साल भर से मेरी बारबरा जबारिका से दोस्ती हुई थी। वह पहले मेरे जॉली हार्बर स्थित घर के सामने रहती थी लेकिन बाद में कोको वे होटल शिफ्ट हो गई थी। उसके मेरे स्टाफ के साथ भी अच्छे संबंध थे और हम नियमित तौर पर मिला करते थे, और अक्सर शाम को वॉक पर जाते थे।” ध्यान देने वाली बात ये है कि चोकसी की पत्नी ने दावा किया था कि उसका पति हनी-ट्रैप का शिकार हुआ था।

23 मई को क्या हुआ था

चोकसी ने 23 मई को हुई घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया, जिसकी वजह से उसका कथित अपहरण हुआ और डोमिनिकन पुलिस ने अपने देश में अवैध तरीके से घुसने के लिए गिरफ्तार किया। चोकसी ने अपनी शिकायत में बताया कि जाबारिका ने (23 मई 2021) उसे उसके घर से पिकअप करने के लिए कहा था, जबकि आम तौर पर वे पब्लिक प्लेस पर ही मिलते थे। उसका घर मरीना की अगली वाली रोड पर स्थित था। उसने जाबारिका की बात मान ली और वह शाम को करीब 5:15 बजे उसके घर पर पहुँचा। मेहुल ने बताया कि उसने मुझे अंदर बुलाया और कहा कि हम कुछ मिनट बाद बाहर जाएँगे। इसलिए वह तब तक अपनी शराब खत्म करना चाहती है।

इसके बाद वह अपनी महिला ‘मित्र’ से बात करने लग जाता है, लेकिन तभी अचानक 8 से 10 बॉडी बिल्डर जैसे दिखने वाले लोग गेट से एंट्री करते हैं और उसे बेरहमी से पीटने लगते हैं। उसकी शिकायत के मुताबिक, उन्होंने उसके हाथों और चेहरे पर टैसर (tasers) का इस्तेमाल किया। हाई इंटेसिटी वाले बिजली के झटकों के कारण उसे काफी जलन और दर्द सहना पड़ा। मेहुल ने यह भी कहा कि ये लोग खुद को एंटीगुआ पुलिस से होने का दावा कर रहे थे। उन्होंने उसका फोन, रोलेक्स घड़ी और बटुआ भी ले लिया था।

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उसने दावा किया, “इसके बाद उन्होंने मुझे व्हीलचेयर पर बिठाया, उस समय मैं लगभग बेहोशी की हालत में था। उन्होंने मेरे हाथ पैर प​कड़कर मुझे व्हीलचेयर से बाँध दिया, उस समय मैं इस स्थिति में नहीं था कि अपना बचाव कर सकूँ। मेरे मुँह में एक गैग (किसी को बोलने से रोकने के लिए उसके मुँह में कपड़े आदि का टुकड़ा ठूँस देना) रखा गया था, जिससे मैं ठीक से साँस भी नहीं ले पा रहा था और हाँफ रहा था। वे मुझे लगातार पीटते जा रहे थे, उन्होंने एक मास्क से मेरे चेहरे को ढंक दिया था, जिससे मैं उन्हें देख भी न सकूँ।”

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उसने आगे कहा कि उसे वाटरक्राफ्ट से एक बहुत बड़ी बोट (नाव) में शिफ्ट कर दिया गया था। जब उसका मास्क हटाया गया तो उसे महसूस हुआ कि वह सेंट जॉन पुलिस स्टेशन नहीं जा रहा है। जब उसने पूछा कि वे उसे कहाँ ले जा रहे हैं, तो किसी ने भी उसके सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अगर अपनी जान प्यारी है तो चुप रहो। चोकसी ने कहा कि उन्होंने मुझे चाकू की नोक पर धमकाया, जिसके बाद मैं चुप रहा, क्योंकि हथियारों से लैस इन लोगों के खिलाफ अपनी आवाज उठाना बेकार था।

चोकसी का दावा, भारतीय भी सवार थे

चोकसी ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि विमान में दो भारतीय और कैरेबियाई मूल के तीन लोग भी सवार थे। उसे एक ऐसे व्यक्ति से बात करने के लिए कहा गया था, जो इस मामले का चीफ एजेंट नरिंदर सिंह था। मुझे बताया गया था कि उसे इस जग​ह पर एक हाई रैंकिंग वाले भारतीय नेता को इंटरव्यू देने के लिए लाया गया था। उसने आरोप लगाया कि मुझसे यह भी कहा कि डोमिनिका में मेरी नागरिकता पक्की हो जाएगी और मुझे जल्द ही भारत वापस भेज दिया जाएगा।

चोकसी और उसके कथित अपहरण के खिलाफ केस

चोकसी पंजाब नेशनल बैंक के 13500 करोड़ रुपए का घोटाला करने वाले आरोपितों में से एक है, जिसमें उसका भाँजा नीरव मोदी समेत कई अन्य भी शामिल हैं। वह 23 मई को एंटीगुआ से लापता हो गया था, जिसे डोमिनिका में पकड़ा गया था। डोमिनिका की पुलिस ने उस पर देश में अवैध तरीके से एंट्री करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह आरोप लगाया है कि वह भारत में प्रत्यर्पण से बचने के लिए एंटीगुआ और बारबूडा से भाग गया था।

3 जून 2021 को उसे डोमिनिकन कोर्ट (Dominican court) से तत्काल भारत प्रत्यर्पण से अंतरिम राहत मिल गई है। अगली सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं की गई है। वहीं, अदालती कार्यवाही पूरी होने में समय लग सकता है। बताया जा रहा है कि उसे निर्वासन (deportation) से बचाने के लिए लंदन से चार वकीलों की एक टीम को काम पर रखा गया था। उसका चचेरा भाई वर्तमान में डोमिनिका में डेरा डाले हुए है और कथित तौर पर उसे बचाने के लिए ​उसने विपक्ष के साथ एक समझौता भी किया है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, मेहुल चोकसी के छोटे भाई चेतन चीनूभाई चोकसी ने डोमिनिकन विपक्षी नेता के साथ एक समझौता किया और अपहरण की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए चुनावी फंडिंग का वादा किया है। चचेरे भाई ने बातचीत के दौरान खुलासा किया कि चोकसी अपने दम पर डोमिनिका पहुँचा है, लेकिन उसे अदालत में डोमिनिका सरकार के खिलाफ मामले से निपटने और यह विश्वास दिलाने के लिए कि उसे एंटीगुआ और भारतीय पुलिस द्वारा अगुवा किया गया के लिए विपक्ष की मदद की आवश्यकता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया