रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बात करेंगे PM मोदी, भारतीयों को निकालने की तैयारी: यूक्रेनी राष्ट्रपति बोले- चेरनोबिल परमाणु संयंत्र पर कब्जे की कोशिश

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो, साभार: नया इंडिया)

यूक्रेन (Ukraine) में रूस के हमले के बीच वहाँ फँसे भारतीय लोगों के लिए भारत की मोदी सरकार (Modi Government) ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। उक्रेन की राजधानी कीव स्थित भारतीय दूतावास ने लगभग 200 विद्यार्थियों को दूतावास के नजदीक स्थित एक स्कूल में रखा है। वहीं, जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से बात कर सकते हैं। उधर रूस ने दावा किया है कि उसने उक्रेन के 70 सैन्य ठिकानों को बर्बाद कर दिया है। साथ ही रूस ने अपने नागरिकों को युद्ध विरोधी प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी है।

युद्धग्रस्त यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने वहाँ पढ़ाई करने गए 200 भारतीय छात्र-छात्राओं को दूतावास के नजदीक एक स्कूल में रखा है, ताकि उन्हें सुरक्षित रखा जा सके। इस संबंध में वहाँ के भारतीय दूतावास ने इसका एक वीडियो जारी है, जिसमें इकट्ठा हुए विद्यार्थियों को देखा जा सकता है।

विदेश मंत्रालय के हर्ष सिंगला का कहना है कि कीव में भारतीय दूतावास पूरी सक्षमता के साथ काम कर रहा है। वहाँ फँसे भारतीयों के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। साथ ही भारतीयों को वहाँ से निकालने के लिए भारतीय अधिकारियों को तैनात किया गया। सीमा के पास वहाँ कैंप बनाए जा रहे हैं। वहाँ से भारतीयों को निकाला जाएगा।

इधर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दावा किया है कि रूस ने यूक्रेन के 70 सैन्य ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया है। उसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने ट्वीट कर कहा है कि रूस उनके चेरनोबिल परमाणु संयंत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि साल 1986 की त्रासदी को दोहराया न जाए सके इसके लिए यूक्रेन के जवान अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं। रूस के इस हमले को उन्होंने पूरे यूरोप के खिलाफ युद्ध की घोषणा बताया है।

वहीं, इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रूस के राष्ट्रपति से आज रात बात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने भी इसकी पुष्टि की है। यूक्रेन के हालात पर पीएम ने दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ-साथ इन तीनों मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। बता दें कि आज ही यूक्रेन के राष्ट्रपति ने महाभारत और चाणक्य का हवाला देते हुए युद्ध रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप करने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि पुतिन पीएम मोदी का सम्मान करते हैं और वे पीएम की मोदी की बात जरूर मानेंगे।

यूक्रेन पर आक्रमण के बीच रूसी अधिकारियों ने युद्ध विरोधी सहानुभूति रखने वाले लोगों को विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठा होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। दरअसल, रूस के कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर इस हमले को लेकर रूस के खिलाफ सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने की अपील की थी। वहीं, स्वतंत्रता अधिकार समूह का कहना है कि युद्ध विरोधी प्रदर्शन के लिए रूस में कम से कम 27 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है।

  

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया