PM मोदी ने हिंदू मंदिरों पर हमले का मसला ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के समक्ष उठाया, 2 महीने में कम से कम 5 मंदिरों को खालिस्तानी बना चुके हैं निशाना

एंथनी अल्बनीज और पीएम मोदी (साभार: ANI)

पिछले कुछ समय से विदेशों में हिंदुओं की आस्था के केंद्र मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। इन हमलों के पीछे खालिस्तानी तत्वों का हाथ बताया जा रहा है। इसी तरह के हमले ऑस्ट्रेलिया में भी अंजाम दिए गए हैं। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज (Anthony Albanese) इस समय भारत दौरे पर हैं। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अल्बनीज के साथ इस मुद्दे को उठाया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी तत्वों द्वारा हिंदू मंदिरों पर हमले का मुद्दा उठाते हुए कहा, “मैंने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले की खबरें देखी हैं। मैंने पीएम अल्बनीज को इस बात से अवगत करा दिया है और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय की सुरक्षा और भलाई उनके लिए प्राथमिकता है।”

पिछले दो महीने में ऑस्ट्रेलिया में कम-से-कम 5 बार हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों द्वारा जिन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है, वे निम्नलिखित हैं।

ब्रिस्बेन में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर: 4 मार्च 2023 को ब्रिस्बेन के बरबैंक उपनगर में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर पर हिंदू विरोधी और भारत विरोधी तस्वीरें बना दी गई थीं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तोड़फोड़ को खालिस्तानी समर्थक समर्थकों ने अंजाम दिया थ। तोड़फोड़ के दौरान बदमाशों ने मंदिर के पास दीवारों पर हिंदू विरोधी, भारत विरोधी और खालिस्तानी समर्थक नारे लिखे थे।

ब्रिस्बेन के प्रसिद्ध गायत्री: 17 फरवरी 2023 को ब्रिस्बेन को गायत्री माता मंदिर के पुजारी को महाशिवरात्रि ना मनाने की चेतावनी दी गई थी। चेतावनी देने वाले शख्स ने खुद को खालिस्तानी बताया था और कहा था कि वह पाकिस्तान के लाहौर से फोन कर रहा है। फोन करने वाले ने कहा था, “यदि तुम 19 फरवरी 2023 को महाशिवरात्रि मनाने की योजना बना रहे हो तो पुजारी से खालिस्तान का समर्थन करने के लिए कहो। तुमको अपने कार्यक्रम के दौरान पाँच बार ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाना है।”

मेलबर्न काली माता मंदिर: 16 फरवरी 2023 को मेलबर्न के काली माता मंदिर में भजन कार्यक्रम आयोजित करने के खिलाफ चेतावनी दी गई थी। ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न के उत्तरी उपनगर में स्थित काली माता मंदिर की एक महिला पुजारी को भारतीय गायक कन्हैया मित्तल का भजन कार्यक्रम आयोजित करने पर धमकी दी गई थी। कहा जाता है कि ये धमकी खालिस्तानी आतंकवादियों ने दी थी।

हरे कृष्ण मंदिर: 23 जनवरी 2023 को खालिस्तान समर्थकों द्वारा ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर के अल्बर्ट पार्क स्थित हरे कृष्ण मंदिर में इसी तरह की घटना को अंजाम दिया गया था। मंदिर मेलबर्न में भक्ति योग आंदोलन के केंद्र के रूप में कार्य करता था और इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) द्वारा चलाया जाता है। रिपोर्टों के अनुसार, मंदिर की दीवारों को ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ और ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ नारे लिखे गए थे। इतना ही नहीं, बदमाशों ने मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले को शहीद भी बताया था।

मेलबर्न में शिव विष्णु मंदिर: 17 जनवरी 2023 को खालिस्तान समर्थकों ने मेलबर्न के कैरम डाउन्स स्थित ऐतिहासिक श्री शिव विष्णु मंदिर में तोड़फोड़ की। तोड़फोड़ के दौरान बदमाशों ने मंदिर के पास की दीवारों पर हिंदू विरोधी और भारत विरोधी नारे लिखे। ‘टारगेट मोदी’, ‘मोदी हिटलर’ और ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे मंदिरों की दीवारों पर लिखे गए थे।

मेलबोर्न में BAPS स्वामीनारायण मंदिर: 12 जनवरी 2023 को मेलबोर्न में रहने वाले हिंदू समुदाय के हिंदू मंदिर पर हमला किया गया था। मेलबोर्न के उत्तरी उपनगर मील पार्क में स्थित BAPS स्वामीनारायण मंदिर में खालिस्तानी हमलावरों ने तोड़फोड़ की थी। मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी और नरेंद्र मोदी विरोधी नारे लिख दिए थे।

पिछले महीने विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर ऑस्ट्रेलिया में चरमपंथी खालिस्तानी समूहों द्वारा भारतीय समुदाय पर किए गए हमले की निंदा की थी। विदेश मंत्रालय ने स्थानीय अधिकारियों से मामले की जांच शुरू करने और अपराधियों को दंडित करने का आग्रह किया था। खालिस्तानी स्वतंत्र खालिस्तान के लिए ऑस्ट्रेलिया में तथाकथित जनमत संग्रह भी करवा रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया