भारत के बंद पड़े दूतावासों की तलाशी, घर-घर NATO कर्मियों को खोज रहा तालिबान: 9 हजारा मुस्लिमों को तड़पा-तड़पा कर मारा

हेरात और कंधार में भारत के बंद पड़े वाणिज्य दूतावासों की तलाशी (साभार: द प्रिंट)

अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने बुधवार (18 अगस्त 2021) को कंधार और हेरात प्रांत में बंद पड़े भारतीय वाणिज्य दूतावासों पर छापा मारा। रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान ने वाणिज्य दूतावासों के अंदर तलाशी ली और वहाँ खड़े वाहनों को कब्जे में ले लिया। तालिबानी लड़ाकों ने सरकारी खुफिया एजेंसी एनडीएस के लिए काम करने वाले अफगानों के बारे में जानकारी के लिए आलमारी की तलाशी ली। हालाँकि, जलालाबाद और काबुल स्थित दूतावास के साथ क्या हो रहा है, इसके बारे में कोई विवरण उपलब्ध नहीं है।

कंधार से प्राप्त रिपोर्टों से पता चला है कि तालिबानियों ने परिसर में प्रवेश करने के लिए भारतीय वाणिज्य दूतावास के ताले तोड़ दिए। इसके अलावा वे अपने साथ वहाँ पर खड़े राजनयिक वाहनों को भी ले गए। बता दें कि अफगानिस्तान में भारत के चार कॉन्सुलेट हैं। इनमें से एक-एक काबुल, कंधार, हेरात औऱ मजार-ए-शरीफ में स्थित हैं।

हजारा लोगों से क्रूरता

अफगानिस्तान में तालिबान लगातार वहाँ के अल्पसंख्यक हजारा समुदाय पर अत्याचार कर रहा है। मानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बताया है कि गजनी प्रांत में तालिबान ने अफगानिस्तान में हजारा अल्पसंख्यक समुदाय के नौ लोगों को को टॉर्चर करने के बाद उनकी हत्या कर दी।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कई लोगों से बात की जो 4 जुलाई से 5 जुलाई के बीच मलिस्तान जिले के मुंडारख्त गाँव में हुई नृशंस हत्याओं के गवाह थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि छह हजारा पुरुषों को गोली मार दी गई। इनमें तीन को यातनाएँ दी गई थी। हजारा शिया मुस्लिम होते हैं।

घर-घर तलाशी

संयुक्त राष्ट्र ने एक दस्तावेज़ में बताया है कि तालिबान नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (नाटो) बलों और पिछली सरकार के लिए काम करने वाले लोगों को पकड़ने के लिए घर-घर तलाशी कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र के लिए खुफिया जानकारी निकालने वाली संस्था आरएचआईपीटीओ नॉर्वेजियन सेंटर फॉर ग्लोबल एनालिसिस की रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि तालिबान ‘सहयोगियों’ को निशाना बना रहा है। ग्रुप के प्रमुख क्रिस्टियन नेलेमैन के मुताबिक, “ऐसे लोगों की संख्या बहुत अधिक है जिन्हें वर्तमान में तालिबान द्वारा निशाना बनाया जा रहा है और खतरा बिल्कुल स्पष्ट है।”

इस बीच, तालिबान विद्रोहियों ने एक पत्रकार के एक रिश्तेदार को उसकी तलाश करते हुए मार डाला। डीडब्ल्यू ने कहा कि जर्मनी में काम कर रहे पत्रकार की तालिबानी घर-घर तलाशी कर रहे थे। हमले में एक व्यक्ति भी गंभीर रूप से घायल हो गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया