जासूसी से परेशान अमेरिका सतर्क: चीनी नागरिकों द्वारा देश में जमीन-मकान या प्रॉपर्टी खरीदने पर रोक वाला कानून बनाने की तैयारी

चीनी नागरिकों को अमेरिका में नहीं मिलेगी प्रॉपर्टी (फोटो साभार ज़ी न्यूज़)

अमेरिकी (America) क्षेत्र में जासूसी चीनी गुब्बारों के घुसपैठ के बाद अमेरिका और चीन (China) के रिश्तों में और खटास बढ़ गई है। अमेरिका का टेक्सास राज्य अब जो कानून बनाने जा रहा है, उससे निकट भविष्य में दोनों देशों के बीच संबंध सुधार की उम्मीद कम ही नजर आ रही है।

टेक्सास राज्य द्वारा प्रस्तावित कानून के मुताबिक, वहाँ रह रहे चीनी नागरिकों को किसी तरह की प्रॉपर्टी या जमीन खरीदने का अधिकार नहीं होगा। इसके बाद संभव है कि अमेरिका के दूसरे राज्य भी इस तरह का कानून बनाएँ। टेक्सास के इस कदम की चीन ने निंदा की है।

रिपोर्ट के मुताबिक, टेक्सास राज्य की तरफ से लाए जा रहे नए कानून में रूसी, ईरानी, उत्तर कोरियाई और चीनी मूल के लोगों को टेक्सास राज्य में घर, जमीन, इमारत या दूसरे तरह की संपत्ति खरीदने पर रोक लगाई जाएगी। भले ही कानून में अन्य देशों से जुड़े लोगों का जिक्र है, लेकिन कहा जा रहा है कि मुख्य निशाना चीन है। कानून का मसौदा टेक्सास के रिपब्लिकन सीनेटर लोइस कोलखोर्स्ट (Republican state Sen. Lois Kolkhorst) ने 2022 में पेश किया था।

टेक्सास के रिपब्लिकन गवर्नर ग्रेग एबॉट (Republican Gov. Greg Abbott) ने कहा है कि वे सख्त इमिग्रेशन पॉलिसी के साथ हैं। यदि सीनेट इस प्रस्ताव को पारित करता है तो वे इस पर हस्ताक्षर करने को तैयार हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है।

विदेशियों द्वारा खेती के नाम पर जमीन और दूसरी तरह की संपत्ति हासिल करने से लोग नाराज है। खास तौर पर चीनी नागरिकों के वहाँ की जमीनों पर बढ़ता कब्जा अमेरिका के लिए बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। रिपोर्ट की मानें तो फ्लोरिडा, साउथ डकोटा और अराकान्स समेत 8 और राज्य इस तरह का कानून बनाने की तैयारी कर रहे हैं।

उधर चीन के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राज्य अमेरिका में लाए जा रहे इस नए कानून की निंदा की है। चीन ने अमेरिका के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों का उल्लंघन करार दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अमेरिका राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर व्यापार और निवेश से जुड़े मुद्दों का राजनीतिकरण कर रहा है।

माओ निंग ने अमेरिका के इस कदम को बाजार अर्थव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों का उल्लंघन करार दिया। उन्होंने कहा कि चीन ने अमेरिका में कई महत्वपूर्ण निवेश किए हैं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया