ब्लैक लाइव्स मैटर की सह-संस्थापक ने खरीदा ₹10 करोड़ का घर, आलोचकों का ट्विटर कर रहा अकाउंट लॉक

ब्लैक लाइव्स मैटर की सह संस्थापक पैट्रिस खान कुल्लर (फाइल फोटो)

ब्लैक लाइव्स मैटर की सह-संस्थापक पैट्रिस खान कुल्लर (Patrisse Khan-Cullors) इन दिनों खासा चर्चा में हैं। उन्होंने करीब 10.5 करोड़ रुपए (14 लाख डॉलर) का घर खरीदा है। इसको लेकर जो भी उनकी आलोचना कर रहे हैं ट्विटर उनका अकाउंट लॉक कर रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुल्लर द्वारा खरीदे गए घर के बारे में विभिन्न आउटलेट्स सहित dirt.com ने लिखा था। घर खरीदने के लिए कुल्लर की काफी आलोचना की गई। साथ ही उन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने ब्लैक लाइव्स मैटर आँदोलन का इस्तेमाल अपने व्यक्तिगत हितों को साधने के लिए किया।

कई ट्विटर यूजर्स ने dirt.com में प्रकाशित लेख को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसको लेकर ट्वीटर ने उनके अकाउंट को लॉक कर दिया था। ट्विटर ने कहा कि हमने यह कदम निजी जानकारी पोस्ट करने के कारण उठाया था। इसके अलावा जब एक खेल पत्रकार और बीएलएम के आलोचक जेसन व्हिटलॉक आलोचकों में शामिल हुए, तो उनका ट्वीट हटाकर उनके अकाउंट को भी लॉक कर दिया गया।

अधिकांश आलोचकों ने बीएलएम की सह-संस्थापक और स्यंभू मार्क्सवादी को लेकर कहा कि पिछले साल भारी मुनाफे के बाद उन्होंने इतना महँगा घर खरीदा। कुल्लर BLM की अन्य सह-संस्थापक जनाया खान की पार्टनर हैं।

उन्होंने एक बेस्टसेलर बुक भी प्रकाशित किया है। इसमें उनके जीवन का एक संस्मरण और इसकी अगली कड़ी के बारे में बताया गया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने हाल ही में वार्नर ब्रदर्स के साथ ओरिजनल प्रोग्रामिंग प्रोड्यूस करने के लिए एक आकर्षक सौदे पर हस्ताक्षर किए। जो Harper’s BAZAAR सहित विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित किया गया है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने लॉस एंजिल्स में मालीबू से कुछ ही दूरी पर एक सुनसान सड़क पर कुल्लर ने 14 लाख डॉलर का घर खरीदा था। घाटी के नजारों के साथ 2,370 वर्ग फुट के घर बेहद शानदार है। इसमें बड़ी सी छत रोशनदान और बहुत सारी खिड़कियाँ हैं। Topanga Canyon homestead, जिसमें एक चौथाई एकड़ में दो घर शामिल हैं, अब तीसरा घर कुल्लर का होगा। ऐसा लॉस एंजिल्स के सार्वजनिक रिकॉर्ड में बताया जा रहा है।

ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन

ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन अमेरिका के अलावा यूरोप लैटिन अमेरिका और ब्रिटेन में लगभग 2013 से चल रहा है। दरअसल, इन देशों में गोरे और काले लोगों के बीच रंगभेद नीति अपनाई जाती है, जिसमें काले लोगों को दबाया जाता है। उन्हें छोटी सी गलती होने पर बेवजह मौत के घाट उतार दिया जाता है। इस निर्मम अपराध को रोकने के लिए काले लोगों ने ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन का प्रारंभ किया था, जो वर्तमान में भी चल रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया