पेरिस: ‘घटिया अरब’ कहकर 2 बुर्के वाली मुस्लिम महिलाओं पर चाकू से हमला, कुत्ते को लेकर हुआ था विवाद

पेरिस में दो मुस्लिम महिलाओं पर चाकू से हमला (चित्र साभार: डेली मेल )

पैगंबर मोहम्मद के कार्टून दिखाने पर पेरिस में एक शिक्षक की इस्‍लामी कट्टरपं‍थी द्वारा गला काटने की घटना के बाद पेरिस में एफिल टॉवर के नीचे दो मुस्लिम महिलाओं को कई बार चाकू मारकर घायल कर दिया गया। इस दौरान ‘घटिया अरब’ (Dirty Arabs) कहकर उन्‍हें गाली भी दी गई। इस बीच फ्रांस की पुलिस ने दो संदिग्‍ध महिलाओं को इस हमले के बाद गिरफ्तार किया है।

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने जिन महिलाओं को हिरासत में लिया है, वे ‘श्वेत महिलाएँ’ हैं और ‘यूरोप की लग रही’ हैं। पेरिस के अभियोजकों ने कहा कि इन महिलाओं के खिलाफ अब हत्‍या के प्रयास का मुकदमा चलेगा। इस हमले में घायल महिलाओं की पहचान अल्‍जीरिया मूल की फ्रांसीसी महिला केन्‍जा और अमेल के रूप में हुई है। केंजा को 6 बार चाकू मारा गया और उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है

कई लोगों ने इस हमले की तस्‍वीरें भी शेयर की

अमेल को भी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है और उनके हाथों की सर्जरी हुई है। इस हमले के बार में आधिकारिक सूचना नहीं आने से सोशल मीडिया पर लोगों में जमकर उबाल देखा गया। कई लोगों ने इस हमले की तस्‍वीरें भी शेयर की हैं। हमले की यह घटना रविवार रात की बताई जा रही है। पेरिस पुलिस ने एक बयान जारी करके कहा कि 18 अक्‍टूबर को रात करीब 8 बजे पुलिस को सूचना मिली कि दो महिलाएँ चाकू के हमले में घायल हैं।

पेरिस पुलिस के सूत्रों ने डेली मेल को बताया कि चाकू से हमला करने के मामले में हत्‍या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जाँच जारी है। हमले की शिकार हुई एक महिला ने अपना चेहरा बुर्के से ढक रखा था। केंजा ने बताया कि वो वॉक करने के लिए गए थे। एफिल टॉवर के पास एक हल्‍के अंधेरे वाला पार्क है और वो वहाँ पर थोड़ा घूमने लगे।

कुत्ते के भौंकने को लेकर शुरू हुआ था विवाद

केंजा ने कहा, “जब हम घूम रहे थे, उसी समय दो कुत्ते हमारी तरफ आ गए। इससे हमारे बच्‍चे डर गए। मेरी कजिन अमेल ने बुर्का पहन रखा था। उसने कुत्ते की साथ आई दो महिलाओं से अनुरोध किया कि बच्‍चे डर रहे हैं, इसलिए वे अपने कुत्ते को थोड़ा दूर लेकर चली जाएँ। इस अनुरोध के बाद कुत्ते की मालकिन ने जाने से मना कर दिया और दोनों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई।” इसके बाद कुत्‍ते के साथ आई महिलाओं ने कथित रूप से चाकू निकला और केंजा तथा अमेल पर हमला कर दिया।

गौरतलब है कि 15 अक्बूर को स्कूल टीचर सैमुअल पेटी ने छात्रों के साथ पैगंबर कार्टून को लेकर चर्चा की। इसके बाद पेरिस में सड़क पर उनकी गला काटकर हत्या कर दी। इसके विरोध में फ्रांस की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। टीचर के सर्मथन में फ्रांस की सड़कों पर रैलियाँ निकाली गईं, जिसमें कई बड़े नेताओं ने भी भाग लिया।

47 वर्षीय इतिहास के शिक्षक सैमुअल पैटी (Samuel Paty) को फ्रांस ने अपना सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार देने का फैसला किया है। यह घोषणा मंगलवार (अक्टूबर 20, 2020) की सुबह बीएफएम टीवी को दिए एक इंटरव्यू में वहाँ के शिक्षा मंत्री जीन-मिशेल ब्लैंकर (Jean-Michel Blanquer) ने की। इस सर्वोच्च पुरस्कार का नाम ‘ला लिगियन डी ऑनर’ (Legion d’Honneur) है।

2015 में भी हुआ था विवाद

पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को लेकर इससे पहले वर्ष 2015 में विवाद हुआ था। उस दौरान फ्रांस के शार्ली एब्दो पत्रिका के दफ्तर पर हमला किया गया था और 12 लोगों की हत्या कर दी गई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया