‘कट्टर वामपंथियों की करतूत’: डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी टीम के Twitter हैंडल्स हमेशा के लिए सस्पेंड, POTUS से भी हटाए गए ट्वीट्स

डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्विटर पर लगाया कट्टर वामपंथ के प्रमोशन का आरोप

सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हैंडल को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही उनके एक और आधिकारिक ट्विटर हैंडल ‘टीम ट्रम्प’ को भी सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने POTUS (प्रेजिडेंट ऑफ यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका) के ट्विटर हैंडल से ट्वीट्स किए, लेकिन ट्विटर ने उन ट्वीट्स को भी हटा दिया। हिंसा फैलाने की आशंका का आरोप लगा कर ऐसा किया गया है।

ट्विटर ने कहा है कि ताज़ा परिस्थितियों को देखते हुए और आगे हिंसा की आशंका से बचने के लिए ऐसा किया गया है। कंपनी ने कहा है कि हाल के दिनों में जिस तरह से हिंसा हुई है, आशंका है कि उनके सोशल मीडिया पर बने रहने से और डरावनी स्थिति आ सकती है। इस तरह से शुक्रवार (जनवरी 8, 2021) को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा किए गए 2 ट्वीट्स अंतिम थे, क्योंकि अब स्थायी रूप से उनका अकाउंट बंद रहेगा।

ट्विटर ने आरोप लगाया है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने इन ट्वीट्स के माध्यम से हिंसा का महिमामंडन किया। उसने कहा कि इससे भीड़ फिर से इकट्ठी होकर उग्र हो सकती है। ट्रम्प ने कहा था कि जिन 7.5 करोड़ अमेरिकी नागरिकों ने उन्हें वोट दिया है, उनके साथ भविष्य में भी किसी तरह का कोई बुरा व्यवहार नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि आगे भविष्य में हमारे बाद एक विशाल आवाज़ है। उन्होंने ‘अमेरिका फर्स्ट’ और ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ का भी नारा दोहराया।

टीम ट्रम्प के अकाउंट के माध्यम से उन्होंने बयान दिया कि ट्विटर लम्बे समय से फ्री स्पीच पर पाबन्दी लगाता रहा है और अब उन्हें चुप कराने के लिए ट्विटर के कट्टर वामपंथी और डेमोक्रेट कर्मचारियों ने मिल कर ये साजिश रची है। उन्होंने कहा कि ट्विटर भले ही एक प्राइवेट कम्पनी हो, लेकिन अनुच्छेद-230 के रूप में सरकार ने उन्हें जो गिफ्ट दिया है उसी कारण वे ये दुस्साहस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इसका अंदाज़ा था, इसलिए जल्द ही बड़ी घोषणा होगी।

https://twitter.com/ANI/status/1347736709643923460?ref_src=twsrc%5Etfw

कई अन्य वेबसाइटों के साथ डोनाल्ड ट्रम्प की बातचीत चल रही है। साथ ही उन्होंने इशारा किया है कि वो खुद का भी कोई प्लेटफॉर्म ला सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि फ्री स्पीच विरोधी ट्विटर कट्टर वामपंथी विचारधारा के घृणित व्यक्तियों के प्रमोशन का अड्डा बन चुका है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग इस पर खुलेआम बोलते हैं। साथ ही चुनौती दी कि उन्हें चुप नहीं कराया जा सकता। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी डोनाल्ड ट्रम्प का अकाउंट लॉक कर दिया गया है।

उधर कई रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थन में हैं। अमेरिकी मीडिया का कहना है कि ट्रम्प अभी कहीं नहीं जा रहे हैं और वो राजनीति में प्रासंगिक बने रहेंगे और अगले चुनाव में बतौर उम्मीदवार लौट भी सकते हैं। अरबपति कारोबारी ट्रम्प के बारे में चर्चा है कि ट्रम्प समर्थक कैपिटल हिल उपद्रव को लेकर खुश हैं। कहा जा रहा है कि ‘Trumpism’ अभी यहाँ रहने वाला है और उनका अभियान सशक्त बना रहेगा।

बता दें कि कैपिटल हिल में हिंसा के बीच कॉन्ग्रेस ने जो बाइडेन की जीत पर मुहर लगा दी थी। वे 20 नंवबर को राष्ट्रपति पद सँभालेंगे। उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने इलेक्‍टोरल कॉलेज के वोटों के आधार पर जो बाइडेन के जीत का ऐलान किया है। वहीं इस फैसले पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वे चुनाव के नतीजों से पूरी तरह असहमत है, इसके बावजूद 20 जनवरी को कानून के मुताबिक बाइडेन को सत्ता का हस्तांतरण किया जाएगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया