Friday, April 26, 2024
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अमेरिका में जो बाइडन के जीत पर लगी मोहर, ट्रंप ने कहा- असहमत होने के बावजूद 20 जनवरी को छोड़ दूँगा कुर्सी

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान देते हुए कहा कि 20 जनवरी को कानून के मुताबिक जो बाइडेन को सत्ता का हस्तांतरण किया जाएगा। वो चुनावी नतीजों का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन इसके बावजूद सत्ता को जो बाइडेन को सही तरीके से सौंपेंगे।

अमेरिका में हिंसा के बीच कॉन्ग्रेस ने जो बाइडेन की जीत पर मुहर लगा दी है। वे 20 नंवबर को राष्ट्रपति पद संभालेंगे। उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने इलेक्‍टोरल कॉलेज के वोटों के आधार पर जो बाइडन के जीत का ऐलान कर दिया है। वहीं इस फैसले पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे चुनाव के नतीजों से पूरी तरह असहमत है। इसके बावजूद 20 जनवरी को कानून के मुताबिक जो बाइडेन को सत्ता का हस्तांतरण किया जाएगा।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान देते हुए कहा कि 20 जनवरी को कानून के मुताबिक जो बाइडेन को सत्ता का हस्तांतरण किया जाएगा। वो चुनावी नतीजों का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन इसके बावजूद सत्ता को जो बाइडेन को सही तरीके से सौंपेंगे।

CNN के मुताबिक ट्रंप ने जारी बयान में कहा, “मैंने कहा था कि मैं हमेशा लीगल वोटिंग के प्रति लड़ाई को जारी रखूँगा और चुनावों में पारदर्शिता तय करेंगे। यह मेरे पहले और ऐतिहासिक राष्ट्रपति कार्यकाल का अंत है। ये अमेरिका को फिर से महान बनाने की हमारी लड़ाई की सिर्फ शुरुआत है। साथ ही ट्रंप ने फिर चुनावों की धाँधली से जुड़े अपने आरोपों को दोहराया।”

बता दें अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन को 306 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिले हैं, जो बहुमत से ज्यादा हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए 270 वोटों की जरूरत होती है। कॉन्ग्रेस की मंजूरी के बाद जो बाइडेन आधिकारिक तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति होंगे।

गौरतलब है कि अमेरिका के वाशिंगटन में हिंसक बवाल हुआ था। बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के हजारों समर्थक जबरन संसद के कैपिटल हिल बिल्डिंग में घुस गए और जमकर उत्पात मचाया। वहीं इस हिंसा में 4 लोगों के मरने की खबर है और कहा जा रहा है प्रदर्शनकारियों के पास से विस्‍फोटक भी बरामद हुआ है।

वहीं हिंसा के बाद ट्रंप ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने का निवेदन किया था। उन्होंने कहा, “प्रदर्शन के बीच हिंसा नहीं होनी चाहिए, याद रखें हम एक क़ानून और व्यवस्था की पार्टी हैं।” कैपिटल भवन में हिंसा के दौरान ट्विटर ने डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर एकाउंट भी ब्लॉक कर दिया। ट्विटर ने ‘नागरिक एकता और चेतावनी भरी हिंसात्मक नीतियों’ का हवाला देते हुए ट्रंप का एकाउंट 12 घंटे के लिए बंद किया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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