सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास में खालिस्तानियों ने लगाई आग, आतंकी हरदीप निज्जर की मौत का बदला बताया: 5 महीने के भीतर दूसरा हमला

सैन फ्रांसिस्को के भारतीय वाणिज्य दूतावास में आगजनी (फोटो साभारः AP, Twitter/ Diya TV

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया। 2 जुलाई 2023 को किए गए इस हमले के दौरान वाणिज्य दूतावास में आग लगा दी गई। इस घटना में दूतावास को ज्यादा नुकसान नहीं पहुँचा है। अमेरिका ने इसकी कड़ी निंदा की है। इससे पहले मार्च में भी सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास (Indian consulate in San Francisco) पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया था।

एक स्थानीय चैनल की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को दूतावास पर हमला और आगजनी की गई। सैन फ्रांसिस्को के दमकल विभाग ने तुरंत इस पर काबू पा लिया। हमले में कोई कर्मचारी घायल नहीं हुआ है। नुकसान ‘सीमित’ है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार (4 जुलाई) को ट्वीट कर इस घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “अमेरिका सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले और आगजनी के प्रयास की कड़ी निंदा करता है। अमेरिका में राजनयिक संस्थानों या विदेशी राजनयिकों के खिलाफ हिंसा या हमला एक अपराध है।”

मिल रही जानकारी के मुताबिक इस घटना की जाँच FBI (फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) कर रही है। हमलावरों ने इसे कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का बदला बताया है। यह हमला ऐसे वक्त में सामने आया है जब सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के सरगना आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 8 जुलाई को भारतीय दूतावासों को घेरने का एलान किया है।

भारतीय वाणिज्य दूतावास में आगजनी की घटना का वीडियो भी वायरल है। वीडियो में बंद पड़े गेट के अंदर अचानक ही एक हिस्से में आग लग जाती है जो कुछ ही समय में अन्य हिस्सों में फ़ैल जाती है। माना जा रहा है कि इसकी रिकार्डिंग खालिस्तान समर्थकों ने ही की है। उन्होंने वीडियो के ऊपर हैशटैग के तौर पर #LongLiveKhalistan लिखा है। बाद में घटना की जिम्मेदारी खालिस्तानियों ने इसे कनाडा में जून 2023 में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का बदला बताया।

बताते चलें कि सैन फ्रांसिस्को के इसी दूतावास को पाँच महीने पहले खालिस्तानियों ने अमृतपाल की रिहाई को लेकर निशाना बनाया था। तब 19 मार्च को दूतावास के बाहर कई खालिस्तान समर्थक जमा हुए थे। दूतावास में तोड़फोड़ की थी। तिरंगा उतार कर खालिस्तानी झंडा लगा दिया था।

दरअसल हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद से गुरपतवंत सिंह पन्नू अंडरग्राउंड चल रहा है। भारतीय जाँच एजेंसियाँ उसकी तलाश कर रहीं हैं। 30 जून को पन्नू ने किसी अज्ञात जगह से वीडियो बना कर 8 जुलाई को भारतीय दूतावासों पर हमले का एलान किया था। इस हरकत को उसने ‘किल भारत’ का नाम दिया था। इस दौरान उसने 21-21 की तादाद में खालिस्तान समर्थकों के जत्थे द्वारा दूतावासों पर हमले का एलान किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया