‘धर्मस्थलों की रक्षा के लिए खड़ा RSS है असली हिंदुत्व’: अर्नब गोस्वामी ने लिबरल-सेक्युलर पाखंडियों को जमकर धोया, देखें वीडियो

अर्नब गोस्वामी ने लिबरल सेक्युलर के पाखंड को फिर किया उजागर (फोटो: republic tv)

हिंदू धर्म और हिंदुत्व के खिलाफ चल रही वैश्विक साजिश के बीच रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के संपादक अर्नब गोस्वामी ने अपने शो में अंतरराष्ट्रीय वामपंथियों को वर्तमान में सामाजिक-राजनीतिक संदर्भ में हिंदुत्व के अर्थ और उसकी प्रासंगिकता को समझाया।

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय वामपंथी, भारत के विरोधियों और देश के प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों की साजिश को उजागर करते हुए कहा कि ये लोग हिंदुत्व आंदोलन को बदनाम करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। अर्नब गोस्वामी ने इसके बाद वास्तव में हिंदुत्व का क्या मतलब है इसके बारे में विस्तार से बताया।

हिंदुत्व की अवधारणा को लेकर उनकी कम समझ पर अर्नब ने करारा प्रहार किया। उन्होंने हिंदुत्व समूहों द्वारा किए गए मानवीय और सामाजिक सेवा कार्यों की एक सूची तैयार की, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि हिंदुत्व आंदोलन के शब्द और उद्देश्य वास्तव में क्या हासिल करना चाहते हैं।

अपने शो में गोस्वामी ने कहा कि पंजाब में आतंकवादियों से देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले आरएसएस के 21 स्वयंसेवक और पवित्र सिख धर्मस्थलों की रक्षा करने वाला आरएसएस ही असली हिंदुत्व है।

अर्नब गोस्वामी ने आगे समझाते हुए कहा, “जब आरएसएस और 11 अन्य संगठनों ने महाराष्ट्र में कोविड-19 के दौरान राहत कार्य किया और वही आरएसएस अब देश के हर हिस्से में एक मॉडल स्कूल बनाना चाहता है, यही असली हिंदुत्व है।”

आरएसएस जैसे हिंदू संगठनों द्वारा देश भर में 118 कोविड -19 केंद्रों की स्थापना, 287 आइसोलेशन सेंटर और कोविड-19 महामारी के दौरान 4,000 से अधिक प्लाज्मा डोनेशन सेंटर द्वारा किए गए कुछ और राहत कार्यों का हवाला देते हुए इक्का-दुक्का पत्रकार ने वैश्विक स्तर पर हिंदू समूहों और देश में हिंदुत्व आंदोलन को बदनाम करने वाले लिबरलों पर सवाल उठाया।

अपने मंगलवार (24 अगस्त) के शो में अर्नब गोस्वामी ने हिंदू धर्म के खिलाफ वैश्विक साजिश का खुलासा किया और इस बारे में कड़े सवाल किए कि क्या दुनिया भर में हिंदुओं के खिलाफ एक एजेंडा चल रहा है, खासकर अफगानिस्तान में तालिबान के उदय के बाद।

उन्होंने अपने शो में बताया कि कैसे लिबरल हिंदुत्व को खत्म करने के लिए वैश्विक सम्मेलन आयोजित करके हिंदुत्व आंदोलन और तालिबान के बीच समानता लाने की कोशिश कर रहे हैं। शो में इस बात पर भी चर्चा की गई कि कैसे एक लिबरल सेक्युलर द्वारा हिंदुत्व के खिलाफ एक अथक अभियान चलाया गया, जो हिन्दुओं के खिलाफ नफरत को बढ़ा रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया