‘The Hindu’ के चेन्नई हेडक्वार्टर में चीन का राजदूत, जानिए कैसे बीजिंग के प्रोपेगेंडा को आगे बढ़ाता है वामपंथी मीडिया संस्थान

चीनी राजदूत सन वेइदॉन्ग ने चेन्नई में 'द हिंदू' कार्यालय का दौरा किया (फोटो साभार: ट्विटर)

चीन के राजदूत सन वेइदॉन्ग (Chinese Ambassador Sun Weidong) भारत की दो दिवसीय यात्रा पर तमिलनाडु आए हुए हैं। यहाँ उन्होंने वामपंथी आउटलेट द हिंदू के मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संपादक सुरेश नंबथ और स्टाफ के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। सन वेइदॉन्ग ने इस मुलाकात का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा, “द हिंदू के मुख्यालय का दौरा किया। आमने-सामने बैठकर कई मुद्दों पर बातचीत की, जो हमारी आपसी समझ और विश्वास को बढ़ावा देता है। चीन और अन्य मुद्दों पर बातचीत करने के लिए आप सभी का स्वागत है।”

वीडियो में वेइदॉन्ग को संपादक सुरेश नंबथ और अन्य पत्रकारों के साथ बातचीत और विचारों का आदान-प्रदान करते हुए देखा जा सकता है। उन्हें पूरे मीडिया आउटलेट के कामकाज की प्रशंसा करते हुए भी देखा जा सकता है। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान राजदूत ने चेन्नई में स्टेट इंडस्ट्रीज प्रमोशन कॉरपोरेशन ऑफ तमिलनाडु (SIPCOT) औद्योगिक पार्क का भी दौरा किया और कार्यकारी दल के साथ दोस्ती के पेड़ लगाए। उन्होंने कहा, “चीन और भारत, दोनों उभरती अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार और निवेश दोनों के लिए लाभकारी हैं।”

हालाँकि, चीनी राजदूत की वामपंथी मीडिया आउटलेट के मुख्यालय में यात्रा नेटिज़न्स को रास नहीं आई। जैसा कि अक्सर देखा गया है कि द हिंदू अपने लेखों में अक्सर चीन का और उसकी नीतियों का समर्थन करता दिखाई देता है। इसको लेकर एक यूजर ने कहा कि सन वेइदॉन्ग भारत में चीनी ऑफिस की एक ब्रांच का दौरा कर रहा है और अपने स्टाफ के साथ बातचीत कर रहा है। सीईओ का कर्मचारियों से बात करने के लिए ऑफिस में आना कोई नई बात नहीं है।

इस बीच, एक अन्य यूजर ने ट्विटर पर याद किया कि ‘द हिंदू’ ने वर्ष 2021 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाते हुए फुल पेज का चीनी विज्ञापन प्रकाशित किया था।

चीनी राजदूत की वामपंथी मीडिया हाउस में यात्रा को लेकर कुछ दूसरे रिएक्शन:

1 जुलाई को ‘द हिंदू’ ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की शताब्दी की वर्षगाँठ पर पूरे पृष्ठ का विज्ञापन प्रकाशित किया। यह पेड कंटेंट समाचार पत्र के तीसरे पेज पर था। दिलचस्प बात यह है कि चीन द्वारा जो पेड कंटेंट प्रकाशित किया गया था, वह नियमित रिपोर्ट की तरह ही दिखाई दे रहा था, लेकिन बारीकी से देखने पर पता चला कि यह चीन द्वारा पेड कंटेंट था।

जुलाई 2021 में द हिंदू द्वारा प्रदर्शित पेड कंटेंट

बता दें कि 1 अक्टूबर, 2020 को, द हिंदू ने अपने राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर चीन द्वारा पेड एक फुल पेज का विज्ञापन प्रकाशित किया था। पैसा कमाने और कम्युनिस्ट प्रचार को आगे बढ़ाने की जल्दी में, द हिंदू ने भारतीय सैनिकों के बलिदान वाले दिन खुले तौर पर एक चीनी विज्ञापन प्रकाशित किया था। इसके बाद में आयकर विभाग ने अखबार और चीन के बीच कथित वित्तीय लेनदेन को लेकर अंग्रेजी दैनिक समाचार पत्र के खिलाफ जाँच शुरू की थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया