मोहम्मद शफीक ने बीबी मीना खातून की काटी जीभ, ‘आज तक’ ने करवा चौथ लिख दिया इसे हिन्दू स्पिन

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिमों द्वारा किए गए अपराध को हिन्दू स्पिन देना कुछ मीडिया हाउस के लिए आम बात हो गई है। ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है। दरअसल बिहार के मुजफ्फरपुर में मोहम्मद शफीक नाम के शख्स ने अपनी दूसरी बीबी मीना खातून की जीभ काट दी। हिन्दी मीडिया ‘आज तक’ ने इसे सनसनीखेज बनाने के लिए हिन्दू त्योहार करवा चौथ को बदनाम करने की कोशिश करते हुए लिखा कि करवा चौथ वाले दिन पति ने हैवानियत दिखाई और ब्लेड से पत्नी की जीभ काट दी। बता दें कि करवाचौथ हिन्दू का वह पर्व है, जिस दिन पत्नियाँ अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं।

आज तक में प्रकाशित खबर की हेडलाइन

खबर के मुताबिक मुजफ्फरपुर के सकरा थाना के सरैया गाँव में दो सौतन के बीच झगड़े से गुस्साए पति शफीक ने दूसरी बीबी की जीभ ब्लेड से काट दी। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपित पति मोहम्मद शफीक को पोल से बाँध दिया जिसे बाद में पुलिस गिरफ्तार कर ले गई। पीड़िता मीना खातून को गंभीर हालत में सकरा रेफरल अस्पताल लाया गया जहाँ प्रारंभिक उपचार कर उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया। मीना खातून के परिवार वालों ने मोहम्मद शफीक और उसकी पहली बीबी अंगूरी खातून के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।

उन्होंने बताया कि पहली बीबी को बच्चा नहीं होने पर शफीक ने झाँसा देकर मीना खातून के साथ निकाह किया था। इसके बाद वो पहली बीबी के साथ मिलकर उसे प्रताड़ित करने लगा। जब मीना इस प्रताड़ना के खिलाफ आवाज उठाने की बात कहती तो शफीक और अंगूरी मीना की जीभ काटकर आवाज बंद करने की धमकी देते थे।

हैरानी की बात ये है कि इस पूरी घटना में कहीं भी करवा चौथ का जिक्र नहीं है, लेकिन घटना का करवा चौथ की रस्म के साथ कोई संबंध न होने के बावजूद आज तक ने अपनी हेडलाइन में इसका उल्लेख किया और मीडिया हाउस ने बड़ी ही धूर्तता से इस भयावह कृत्य में शामिल मुस्लिम लोगों की पहचान को छुपाया। इस हेडलाइन में करवा चौथ लिखकर ये दिखाने का प्रयास किया गया कि जरूर किसी हिन्दू पति ने ही अपनी पत्नी के साथ ये घृणित अत्याचार किया होगा। जबकि सच्चाई ये है कि मोहम्मद शफीक की दो बीबियाँ थी, जिसके बीच लड़ाई हुई और इस बीच शफीक ने अपनी दूसरी बीबी मीना खातून की जीभ काट दी। धूर्तता से इस तथ्य को हेडलाइन में छुपाया गया।

हिंदू त्योहारों को गालियाँ देना, उसका तिरस्कार करना कोई नई घटना नहीं है। कई मीडिया हाउस हिंदू रीति-रिवाजों और त्योहारों की बदनामी करने के दोषी हैं। एक मीडिया आउटलेट द वायर ने एक वाहियात लेख प्रकाशित किया जिसमें कहा गया है कि हिन्दू का त्योहार होली बलात्कार की संस्कृति को बढ़ावा देता है। एक अन्य धर्मनिरपेक्ष मीडिया आउटलेट हफ़िंगटन पोस्ट ने अपनी वेबसाइट पर पितृसत्ता के खिलाफ करवाचौथ की स्मृतियों के बारे में एक अपमानजनक अंश अपलोड किया था। इस तरह के कई उदाहरण हैं, जहाँ मीडिया आउटलेट्स ने हिंदू त्योहारों को बेझिझक होकर बदनाम किया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया