NDTV ने कुछ दिनों पहले अपने ट्विटर अकॉउंट पर एक वीडियो पोस्ट की। वीडियो में देखा गया कि उनका कैमरामैन हरियाणा के कलानौर से यमुना नदी को पार करके उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जाते प्रवासियों की बढ़िया फुटेज के लिए उन्हें दोबारा ‘पीछे जाकर चलने’ को कहता सुनाई दिया।
इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने एनडीटीवी के पत्रकार की असंवेदनशीलता पर सवाल उठाया। साथ ही क्लिप की प्रमाणिकता पर भी संदेह जताया। लेकिन, कुछ देर बाद एनडीटीवी के पत्रकार विशु सोम के शो के दौरान बिना किसी स्पष्टीकरण के इस वीडियो को शो में भी चला दिया गया।
यहाँ सबसे बेहूदी बात ये देखने को मिली कि शो में सिर्फ़ उस हिस्से को चलाया गया जब प्रवासी व्यक्ति पीछे से आता दिखा। जबकि वीडियो शूट करने वाले की आवाज को शो में काट दिया गया।
https://twitter.com/thewanderborn/status/1261535282702082048?ref_src=twsrc%5Etfwएनडीटीवी की इस हरकत को देखकर लोग और भड़क गए। जिसके बाद एनडीटीवी को आड़े हाथों लेकर उनकी खूब आलोचना की।
बाद में एनडीटीवी ने बड़ी सफाई से इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकॉउंट से डिलीट कर दिया। साथ ही स्पष्टीकरण के नाम पर अपने किए का सारा ठीकरा स्ट्रिंगर के माथे फोड़ दिया।
लेकिन, मीडिया जगत में खुद को लीक से हटकर दिखाई जाने वाली खबरों का दाता बनने वाले एनडीटीवी को इसपर भी सोशल मीडिया यूजर्स ने नहीं बख्शा।
https://twitter.com/thewanderborn/status/1261535282702082048?ref_src=twsrc%5Etfwयूजर्स ने एनडीटीवी के बैन करने की माँग की। उसे फेक न्यूज की फैक्ट्री कहा। टीआरपी का लालची बताया। साथ ही एक यूजर ने लिखा, पहले एनडीटीवी ने एक वीडियो पोस्ट की। जिसमें प्रवासी को पोज देने के लिए कहा गया और जब लोगों ने इसपर सवाल खड़े किए। तो इन्होंने कह दिया कि स्ट्रिंगर ने वीडियो शूट की थी?
दरअसल, यहाँ यूजर्स का एनडीटीवी से सवाल है कि जब स्ट्रिंगर ने ऐसी वीडियो बनाई तो उन्होंने इसे खरीदकर बाद में पोस्ट क्यों किया? यूजर्स एनडीटीवी से कहते हैं कि जीवन में कुछ अच्छा भी कर लो, ये सब ज्यादा दिन नहीं चलने वाला।