ट्विटर के भूत बातों से नहीं मानते, संसदीय समिति ने कहा ‘जाओ अपने मालिक को लेकर आओ’

ट्विटर इंडिया को पार्लियामेंट्री बोर्ड की तरफ़ से सोशल मीडिया पर लोगों के अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने के लिए नोटिस भेजा गया था

ट्विटर इंडिया के प्रतिनिधियों सहित ट्विटर टीम आज इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी के मुद्दे पर संसदीय समिति के समक्ष पेश होने के लिए संसद पहुंची। इससे पहले शॉर्ट नोटिस का हवाला देते हुए ट्विटर ने संसदीय समिति के समक्ष पेश होने से मना कर दिया था।

रिपोर्ट्स के अनुसार इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी के मुद्दे पर संसदीय समिति ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है कि वे ट्विटर के किसी भी अधिकारी से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि समिति के समक्ष कोई वरिष्ठ सदस्य या ट्विटर ग्लोबल टीम के सीईओ पेश न हों। इसके लिए ट्विटर को 15 दिन की डेडलाइन दी गई है। 

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ट्विटर के सीईओ जैक दोरजी ने संसद की समिति के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था। खबरों के मुताबिक, बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर की अध्यक्षता वाली सूचना-प्रौद्योगिकी से जुड़ी संसदीय समिति ने 1 फरवरी को ट्विटर सीईओ के लिए समन जारी किया था। समन में उनसे अगली बैठक में पेश होने को कहा गया था। बता दें कि सोशल मीडिया पर भारतीय नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा के मसले पर जवाब-तलब के लिए उन्हें बुलाया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया