रिपब्लिक टीवी की महिला पत्रकार को देख भड़के राकेश टिकैत, सवाल पूछने पर कहा- मुझे टच करती है, पुलिस बुलाओ, देखें वीडियो

राकेश टिकैत ने की महिला पत्रकार से बदसलूकी

दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की बुधवार (1 दिसंबर 2021) को रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल की महिला पत्रकार से तीखी बहस हो गई। बहस के दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत कहते हुए नजर आ रहे हैं, “मुझे आर भारत को जवाब नहीं देना है। आपको सुधार करने की जरूरत है।” वह आगे कहते हैं कि इनकी वीडियो बनाओ। ये यहाँ आकर बदतमीजी करते हैं।

इस दौरान महिला पत्रकार कहती है, “आपको जवाब क्यों नहीं देना है। सिर्फ एक सवाल का तो जवाब दे दीजिए। बदतमीजी तो हमारे साथ भी हो रही है।” तभी राकेश टिकैत के समर्थक पीछे से ‘भारतीय किसान यूनियन जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगते हैं।

महिला पत्रकार ने जब हुड़दंग के बीच भी उनसे सवाल पूछना जारी रखा तो राकेश टिकैत महिला पत्रकार पर चिल्लाते हुए बोले, “कोई इसका वीडियो बनाओ। यह मुझसे बदतमीजी कर रही है। पुलिस बुलाओ, यह लड़की बदतमीजी करती है, मुझे टच करती है।”

महिला पत्रकार पर चिल्लाते हुए राकेश टिकैत ने उसे किसानों और भारत को बदनाम करने वाली बताया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद उनकी जमकर आलोचना हो रही है।

पत्रकार सुशांत सिन्हा ने इसका वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “पहले राकेश टिकैत के लोगों ने महापंचायत के वक्त महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी की थी और अब साइडलाइन किए जाने से बौखलाए राकेश टिकैत खुद इस स्तर पर चले गए कि महिला रिपोर्टर को कह रहे कि ‘टच करती है’। एक महिला के साथ यह दुर्व्यवहार किसी किसान का हो सकता है क्या? शर्मनाक।”

व्यालोक ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “ये दो कौड़ी का गटरछाप गुंडा खुद को किसान नेता कहता है। ये एक महिला का किस तरह अपमान कर रहा है, क्योंकि उसने एक खास चैनल का माइक पकड़ रखा है। अजीत अंजुुम और आरफा-राना अयूब जैसों को ये नहीं दिखाई देगा, आँखों पर कॉन्ग्रेस की चर्बी जो चढ़ी है।”

वीडियो में महिला पत्रकार ने आरोप लगाया कि किसान नेता सिर्फ उन्हीं मीडिया संस्थानों से बात करते हैं, जो उनकी मर्जी के सवाल पूछते हैं और सिर्फ उनकी ही बात जनता के सामने रखते हैं। दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता रिपब्लिक भारत पर पक्षपात पूर्ण रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाते रहे हैं।

किसानों का कहना है कि रिपब्लिक भारत किसान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ खबरें चलाता है। सिर्फ रिपब्लिक भारत ही नहीं, बल्कि किसान नेता उन सभी चैनलों को ‘गोदी मीडिया’ कहते हैं जो धरना प्रदर्शन की आड़ में हो रहे अपराधों या उनकी हठधर्मिता को दिखाते हैं।

ऐसा ही एक वाकया टीवी चैनल आजतक की एंकर चित्रा त्रिपाठी के साथ भी हुआ था। जब वह कवरेज के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर पहुँची तो किसानों ने उन्हें घेर कर ‘गोदी मीडिया हाय-हाय’ के नारे लगाने लगे थे।

गौरतलब है कि आज तक टीवी चैनल की पत्रकार और संपादक चित्रा त्रिपाठी रविवार (5 सितंबर 2021) को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत को कवर करने के लिए गई थीं। वहाँ कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों ने उन्हें काफी परेशान किया। प्रदर्शनकारी चित्रा के आसपास जमा हो गए और ‘गोदी मीडिया हाय-हाय’ के नारे लगाने लगे। आखिरकार कार्यक्रम को कवर करने के लिए गईं पत्रकार को मौके से खदेड़ दिया गया

इससे पहले जंतर मंतर धरना स्थल पर ‘किसानों’ ने मीडियाकर्मियों पर हमला किया था। एक घायल मीडियाकर्मी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया था कि वहाँ पर कुछ ऐसे लोग सक्रिय थे, जो पत्रकारों को गालियाँ दे रहे थे। खून से लथपथ न्यूज 18 के कैमरामैन नागेंद्र ने बताया था, “उन्होंने एक महिला रिपोर्टर को गालियाँ दीं, जो किसानों के विरोध प्रदर्शन को कवर कर रही थीं और जब हमने उन्हें ऐसा करने से रोका तो उन्होंने मेरे सिर पर डंडे से हमला किया।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया