‘…मेरी नींद नहीं उड़ेगी’: लाइव TV पर सुनील गावस्कर ने राजदीप सरदेसाई को ऐसे चुप कराया, पहले भी कइयों से हो चुके हैं बेइज्जत

सुनील गावस्कर ने लाइव टीवी पर राजदीप सरदेसाई की बोलती कराई बंद (फाइल फोटोज)

राजदीप सरदेसाई को एक बार फिर लाइव टेलीविजन पर अपमान का सामना करना पड़ा है। 14 दिसंबर को, इंडिया टुडे पर एक डिबेट के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने राजदीप से कहा कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सरदेसाई उनकी बातों से सहमत हैं या नहीं, क्योंकि इससे उनकी नींद हराम नहीं होगी। बता दें कि यह डिबेट क्रिकेटरों रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच कथित अनबन को लेकर हो रही थी और सुनील गावस्कर ने इसमें पैनलिस्ट के रूप में हिस्सा लिया था।

डिबेट के अंत में, जब एंकर राहुल कँवल ने गावस्कर से पूछा कि वह जय शाह और सौरव गांगुली को इस परिस्थिति को सँभालने के बारे में क्या सुझाव देंगे, तो उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि वे दोनों इसे अनदेखा करें। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक अफवाह हो सकती है क्योंकि इस पर किसी ने भी आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है। दोनों खिलाड़ियों ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है। इसलिए बेहतर होगा कि किसी भी विवाद का जवाब न दें।

उनके जवाब पर सरदेसाई ने कहा कि वह उनसे सहमत नहीं हैं। इसके बाद गावस्कर ने एक लंबी मुस्कराहट के साथ कहा, “राजदीप अगर आप मुझसे सहमत नहीं हैं, तो कोई बात नहीं। इसके लिए मेरी नींद नहीं उड़ेगी।” लाइव टीवी पर एक बार फिर से अपमानित होने पर राजदीप हँसने के सिवा कुछ नहीं कर पाए।

राजदीप सरदेसाई और उनके अपमान का लंबा इतिहास

यह पहली बार नहीं है जब बातचीत के दौरान राजदीप की क्लास लगी या अपमानित हुए।

मार्च 2017 में, इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ने बिजनेस टाइकून मुकेश अंबानी के साथ राजदीप सरदेसाई का 6 मिनट का इंटरव्यू पब्लिश किया। सरदेसाई ने उन्हें देश के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में पेश किया। इसके बाद जब उन्होंने अंबानी से पूछा कि उन्हें उनका परिचय देने का अंदाज कैसा लगा, क्या वो मानते हैं कि वो सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं, तो अंबानी ने कहा, “मैं इसे नही मानता हूँ। मैं आपको गंभीरता से नहीं लेता।” ‘सबसे शक्तिशाली व्यक्ति’ द्वारा अपमानित सरदेसाई केवल यही कह पाए, “अरे ये क्या बात हुई।”

इसी तरह पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी राजदीप सरदेसाई की क्लास लगाई थी। उन्होंने बातचीत करने के दौरान बीच-बीच में टोकने को लेकर राजदीप को फटकार लगाई थी।

सरदेसाई की 2007 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी क्लास लगाई थी, उस समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में बतौर गेस्ट शिरकत कर रहे थे। उनका इंटरव्यू कर रहे सरदेसाई ने पूछा कि क्या 2002 में जो हुआ उसके लिए उन्हें खेद है।

पीएम मोद ने कहा, “हिंदुस्तान टाइम्स ने जो विषय तय किया है और जिसके लिए मुझे बुलाया गया है, उससे बाहर जाकर के कोई एक व्यक्ति जिसको एंकर बनने का अवसर मिल गया है, वह अपना एजेंडा थोपने की कोशिश करे तो यह शोभना भरतीय जी तय करें कि आगे कैसे क्या करना है, कैसे एंकर को बुलाना है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया