नेपाल के बैंको से सीरिया पैसे भेजता था मुर्तजा अब्बासी, विदेशी सिम का करता था इस्तेमाल: गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद कई जगहों पर रेड

गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपित मुर्तजा अब्बासी को ले जाती जाँच एजेंसी (चित्र साभार - @raviyadav1921)

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले (Gorakhpur, Uttar Pradesh) में गोरखनाथ मंदिर (Gorakh Nath Temple) के बाहर तैनात पुलिस बल पर अल्लाह हू अकबर बोलकर हमला करने वाले मुर्तजा अब्बासी के बारे में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि वह यमन मूल के अमेरिकी मौलाना अनवर नासिर अल अवलाकी वह काफी प्रभावित था। वह विदेशी का सिम का इस्तेमाल करता था और सीरिया पैसे भी भेजता था।

नेपाल के बैंकों के जरिए सीरिया भेजता था पैसे

NBT की रिपोर्ट के मुताबिक, मुर्तजा ने बीते डेढ़ साल में लगभग 8 लाख रुपए नेपाल के बैंकों के माध्यम से इस्लामिक आतंकवादी संगठन ISIS का गढ़ कहे जाने वाले सीरिया भेजे थे। इसकी शुरुआत उसने 2012 से 2015 के बीच की थी। इस दौरान बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। पढ़ाई के दौरान वह ISIS जैसे कुख्यात आतंकी संगठनों के सम्पर्क में आया। उसने 29 डॉलर (लगभग 2200 रुपए) एक अतंरराष्ट्रीय सिम भी खरीदा था। इसी सिम के जरिए वह सीरिया, ISIS और मुस्लिम कट्टरपंथियों के भाषण का वीडियो देखा करता था।

मुर्तजा के बैंक अकाउंट में करीब 20 लाख रुपए मिले हैं। पुलिस ने उसके एक टेलीग्राम चैनल का भी पता लगाया है, जिसकी जाँच की जा रही है। पूछताछ के आधार पर ATS ने कानपुर, नोएडा, गोरखपुर, लखनऊ, संभल, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज और दिल्ली में छापेमारी की है। छापेमारी के बाद 10 से अधिक लोग हिरासत में लिए गए हैं, जिनमें सहारनपुर का रहने वाला एक मौलाना भी शामिल है।

व्हाट्सएप ग्रुप में नेपाल तक के लोग जुड़े मिले

ABP न्यूज़ के मुताबिक, ATS ने मुर्तजा का पासपोर्ट बरामद किया है। यह पासपोर्ट मुंबई के एक पते पर बना हुआ है। मुर्तजा 6 माह पहले ही दुबई की यात्रा कर के लौटा था। इसी के साथ वो एक कट्टरपंथी विचारधारा का व्हाट्सएप ग्रुप भी चलाता था। उस ग्रुप में भारत के कई हिस्सों के अलावा नेपाल तक के लोग जुड़े हुए हैं। इस ग्रुप में जुड़े लोगों और उनकी गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा रही है। इसी के साथ पुलिस की टीमें गुजरात के जामनगर और मुंबई भी भेजी गई हैं।

अब्बासी ने नेपाल बॉर्डर से खरीदे थे धारदार हथियार

इंडिया TV के अनुसार, मुर्तजा अब्बासी ने भारत-नेपाल सीमा की एक दुकान से 2 बाँके और चाकू खरीदा था। इसके वह बस पकड़कर गोरखपुर आया और मंदिर में घुसकर पुलिसकर्मियों पर हमला किया। अब्बासी के लैपटॉप में सीरिया से जुड़े वीडियो मिले हैं। अब्बासी के अंदर सीरिया की लड़ाई में शामिल न होने का दुःख था। अब्बासी के देवबंद कनेक्शन की भी पड़ताल हो रही है।

ATS ने बनाई 40 संदिग्धों की लिस्ट

भारत समाचार के मुताबिक, हमले से पहले ही 31 मार्च को UP ATS ने पुलिस को 16 संदिग्धों की सूची सौंप दी थी। ये सभी चरमपंथी सोच के लोग थे। इनमें मुर्तजा अब्बासी भी शामिल था। इसी के साथ अब ATS ने मुर्तजा के मोबाईल की जाँच के बाद लगभग 40 संदिग्धों की लिस्ट बनाई है। इन संदिग्धों की जाँच के लिए ATS और STF की टीमें काम कर रही हैं।

अब्बासी के घर से एक व्यक्ति हिरासत में

पत्रकार शिवम प्रताप के 5 अप्रैल को किए गए ट्वीट के मुताबिक, ATS ने मुर्तजा अब्बासी के घर पर दबिश दी थी। इस दौरान एक बैग बरामद किया गया था। ATS ने अब्बासी के घर से एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है।

गौरतलब है कि रविवार (3 अप्रैल) को आईआईटी से केमिकल इंजीनियर 30 वर्षीय अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में सुरक्षाकर्मियों हमला कर दिया था। इस हमले में पीएसी के दो कॉन्स्टेबल घायल हो गए थे। अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़कर उसके हथियार को जब्त कर लिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया