दिल्ली की गाजीपुर फूल मंडी में बम का ISI कनेक्शन: आतंकी हमला टालने के लिए अलर्ट जारी

गाजीपुर में बरामद आईईडी (फोटो साभार: ANI)

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके से मिली विस्फोटक सामग्री की बरामदगी के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और इसकी जिहादी सेल की संलिप्तता का संदेह है। बता दें कि गाजीपुर फ्लावर मार्केट में शुक्रवार (14 जनवरी 2022) को एक लावारिस बैग से इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बरामद किया गया।

दिल्ली पुलिस की जाँच में पता चला है कि यह आईडी 24 बम की खेप का हिस्सा था, जिसे सीमा पार से या तो जमीन के जरिए या समुद्री मार्ग से पाकिस्तान द्वारा स्थानीय आतंकवादियों को भेजा गया था। हाल ही में जम्मू और कश्मीर और पंजाब में बरामद किए गए IED और विस्फोटक सामग्री को भी उसी खेप का हिस्सा माना गया। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कुछ उपकरणों की तस्करी गुजरात और उत्तर प्रदेश में की गई हो सकती है।

दिल्ली पुलिस के शीर्ष जाँचकर्ताओं के मुताबिक, गाजीपुर डिवाइस एक टिफिन बम था जिसमें तीन किलोग्राम आरडीएक्स कोर चार्ज के रूप में और अमोनियम नाइट्रेट सेकेंडरी चार्ज के रूप में था। डिवाइस को स्टील के टिफिन में कीलों और बॉल बेयरिंग के साथ पैक किया गया था और इसे दूर से ही उड़ाया जा सकता था।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इन आईईडी को भारत में मौजूदा स्लीपर मॉड्यूल के साथ-साथ कुछ आपराधिक गिरोहों के लिए सीमा पार से तस्करी कर लाया गया था। सितंबर 2021 में दिल्ली पुलिस ने मुंबई, लखनऊ, इलाहाबाद और दिल्ली में कई गिरफ्तारियों के साथ एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। दिल्ली पुलिस के जाँचकर्ताओं का मानना ​​है कि आईईडी की खेप पिछले स्वतंत्रता दिवस के आसपास भारत आई थी।

दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियाँ ​​खेप से अन्य आईईडी बरामद करने की कोशिश कर रही है। एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, “ऐसा मालूम होता है कि भारत में कट्टरपंथी तत्वों को सीमा पार से पूर्व-निर्धारित लक्ष्यों पर उपकरण लगाने या काम करने के लिए स्थानीय आपराधिक तत्वों का इस्तेमाल करने का काम सौंपा जा रहा है। राष्ट्रव्यापी अलर्ट जारी किया गया है ताकि आतंकी हमला टल जाए।”

गौरतलब है कि दिल्ली की गाजीपुर फूल मंडी में बम की घटना के कुछ दिन पहले ही खुफिया एजेंसियो ने दिल्ली समेत कई राज्यों को एक आतंकी अलर्ट जारी किया था। जिसमें बकायदा यह बताया गया था कि कैसे 26 जनवरी के मद्देनजर लश्कर-ए-तैयबा जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन बब्बर खालसा इंटरनेशनल आतंकी संगठन भीड़भाड़ वाले इलाके प्रतिष्ठित प्रतिष्ठानों बाजारों में आतंकी गतिविधि को अंजाम दे सकते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया