गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पर 3 अप्रैल 2022 को हमला करने वाले मुर्तजा अब्बासी के अब्बा मुशीर अहमद अब्बासी को ATS ने तलब किया है। मुशीर से एजेंसी बेटे के मानसिक हालत को लेकर किए गए उसके दावे को लेकर भी सवाल जवाब करेगी। ATS ने इस मामले में सहारनपुर से मुर्तजा के साथी अब्दुल रहमान को भी गुरुवार (7 अप्रैल 2022) को गिरफ्तार किया। यह बात भी सामने आई है कि मुर्तजा सीरिया भागने की फिराक में था।
रिपोर्ट के अनुसार मुर्तजा शूट ऐंड स्कूट यानी मारो और भागो की नीति पर काम कर रहा था। गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद उसकी योजना नेपाल होते हुए सीरिया या अफगानिस्तान जाने की थी। वह आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के लिए केमिकल हथियारों की खेप तैयार करना चाहता था। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस्लामिक स्टेट ने 25 मार्च को एक वीडियो जारी किया था। इसमें नजर आ रहे आतंकी के हाथ में भी उसी तरह के हथियार थे जैसा मंदिर पर हमले के दौरान मुर्तजा ने ले रखा था।
इस बिच मुर्तजा अब्बासी का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहा है, “मेरे बड़े पापा ने कहा कि थोड़ा सीरियस लग रहा है। ये पुलिस वाले हैं और ये समन दे रहे हैं। कोई केस किए हो क्या? यहाँ रहोगे कि कहीं जाओगे? फिर हम दिमाग लगाए और निकल गए घर से। हम वहाँ से नेपाल चले गए।”
मुर्तजा अब्बासी ने पुलिस को बताया कि वह NRC और CAA से नाराज था। पुलिस पूछताछ के वायरल हो रहे वीडियो में उसने बताया, “CAA, NRC और कर्नाटक की घटनाओं को सुन कर काफी नाराजगी थी मुझ में। मैं बहुत एंगल से कह रहा था। मैं जस्टिफिकेशन दे रहा था कि मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है। मैं थक गया था सोच कर। मेरी आँखें सूज गई थीं। मैं नेपाल में सो नहीं पाया था। मुझे लगा कि यहाँ कोई भविष्य ही नहीं।”
गौरतलब है कि रविवार (3 अप्रैल) को आईआईटी से केमिकल इंजीनियर 30 वर्षीय अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में सुरक्षाकर्मियों हमला कर दिया था। इस हमले में पीएसी के दो कॉन्स्टेबल घायल हो गए थे। अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़कर उसके हथियार को जब्त कर लिया था। अब तक जो तथ्य सामने आए हैं उससे पता चला है कि उसके आईएसआईएस से लिंक थे। उसने बीते डेढ़ साल में लगभग 8 लाख रुपए नेपाल के बैंकों के माध्यम से ISIS का गढ़ कहे जाने वाले सीरिया भेजे थे।