42 लोन Apps से धोखाधड़ी, चायनीज कनेक्शन और 87 करोड़ रुपए: चीनी नागरिक सहित 4 गिरफ्तार

(फोटो साभार: hydcitypolice)

साइबराबाद पुलिस (Cyberabad police) ने शुक्रवार (25 दिसंबर 2020) को ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन धोखाधड़ी के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक चीनी नागरिक भी शामिल है। ये लोग लोन नहीं चुका पाने वाले ग्राहकों को फ़र्ज़ी लीगल नोटिस भेजते, धमकाते और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। इसके अलावा उनकी एडिट की गई तस्वीरें साझा करके उन्हें जालसाज़ की तरह दिखाते थे। 

साइबराबाद पुलिस कमीश्नर वीसी सज्जानर ने बताया कि इस पूरे मामले के सरगना का नाम जिया झांग (Zixia Zhang) है, जो फ़िलहाल सिंगापुर में है। इसके अलावा गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान चीन स्थित शंघाई के यी बाई (Yi bai) उर्फ डेनिस, सत्यपाल, अनिरुद्ध मल्होत्रा, रिची हेमंत सेठ के रूप में हुई है। मामले के दो अन्य आरोपित जिया झांग और उमापति उर्फ अजय अभी फ़रार चल रहे हैं। 

पुलिस के मुताबिक़ आरोपितों ने तत्काल ऋण वित्त व्यवस्था (इंस्टैंट लोन फाइनेंसिंग) दिसंबर 2019 में शुरू कर दी थी। इसके बाद इन्होंने देश के कई अलग-अलग क्षेत्रों में इससे संबंधित कंपनी बनाई। आरोपितों ने आम लोगों को लोन बाँटने के लिए कुल 11 फाइनेंसिंग एप्लीकेशन बनाई थी और लोन वितरण के लिए भारी शुल्क भी लेते थे। हैदराबाद में पुलिस द्वारा कॉल सेंटर पर छापेमारी के बाद यह गिरफ्तारी हुई। कॉल सेंटर दिल्ली की कंपनी स्काईलाइन्स इनोवेशन्स टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत चल रहा था और इसका पंजीयन गुरुग्राम के पते पर है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ डेनिस ने सत्यपाल की मदद से देश के अलग-अलग क्षेत्रों में कई कॉल सेंटर शुरू किए। इसके बाद उन्होंने ग्राहकों को लोन बाँटना शुरू किया और जो लोन नहीं चुका पाते थे, उनका मानसिक रूप से शोषण करने लगे। पुलिस का इस घटना पर कहना था कि इन लोन फाइनेंसिंग एप्लीकेशन्स का किसी भी नॉन बैंकिंग फाइनेंसिंग कंपनी से समझौता या क़रार नहीं था।

कमीश्नर वीसी सज्जानर के मुताबिक़, “आरोपितों ने अपने संसाधनों का उपयोग करके लोगों को लोन दिया। हम इस मामले की जाँच कर रहे हैं कि इन्हें दूसरों को लोन देने के लिए रुपए कहाँ से मिलते थे।” तेलंगाना पुलिस ने अभी तक ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन धोखाधड़ी के मामले में कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।  

डिटेक्टिव विभाग के जॉइंट कमीश्नर ऑफ़ पुलिस अविनाश मोहंती ने भी इस घटना के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमने अभी तक 42 ऐसी एप्लीकेशन की पहचान की है, जो लोन फाइनेंसिंग का दावा करती हैं। इसके अलावा कुल 350 वर्चुअल खाते भी बरामद किए गए हैं, जिनमें लगभग 87 करोड़ रुपए मौजूद है।”

उनका कहना था कि जाँच के दौरान पता चला कि दो एप्लीकेशन चार कंपनी (Liufang Technologies, Hotfull Technologies, Nabloom Technologies and Pin Print Technologies) के दायरे में आती हैं। यह कंपनियाँ राजेंद्र नगर में व्यक्ति की आत्महत्या के मामले से संबंधित हैं। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया