केरल में हाल के दिनों में कई ऐसे लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, जिनके खूँखार इस्लामिक आतंकी संगठनों से जुड़े होने की बातें सामने आई हैं। श्री लंका हमलों के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज़ करते हुए ऐसे कई लोगों को गिरफ़्तार किया। इसमें ज़ाकिर नाइक का वीडियो देख कर आत्मघाती हमले की योजना बनाने वाला एक युवक भी शामिल है। अब मँजेरी पुलिस ने 47 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया है, जिसका नाम असकर है। उसे इंटेलिजेंस सेल से मिली ख़ुफ़िया इनपुट्स के बाद गिरफ़्तार किया गया। गिरफ़्तार व्यक्ति असकर कुछ ही दिनों पहले अरब से लौटा है। वह स्थानीय लोगों से भी ज्यादा वास्ता नहीं रखता था। पड़ोसियों से बातचीत भी नहीं करता था।
आपको याद दिला दें कि जुलाई 2016 में ही एक केस दर्ज किया गया था, जिसमें केरल के कई युवकों के गायब होने की बात कही गई थी। इन सभी के आईएसआईएस जॉइन करने की ख़बरें आई थीं। ये सभी अफ़ग़ानिस्तान और सीरिया चले गए थे। ताज़ा गिरफ़्तारी वाले मामले की बात करें तो असकर ने अपनी इस्लामिक धार्मिक शिक्षा तमिलनाडु के मदुरै और डिंडिगुल में ली थी। जाँच अधिकारियों ने उससे प्रारंभिक पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लेकिन, अभी तक उसके किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने के पुख़्ता प्रमाण नहीं मिले हैं। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया:
“असकर पर पुलिस की साइबर सेल की लंबे समय से नज़र थी। वह 2016 से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर सक्रिय है और उसकी ज्यादातर पोस्ट सांप्रदायिक होती थीं। वह नियमित तौर पर आईएसआईएस की विचारधारा का समर्थन करता था और जैश-ए-मुहम्मद और अल कायदा जैसे आतंकी संगठनों के कामों को सही ठहराता था। उसकी किसी आतंकी संगठन से संलिप्तता के बारे में पूरी पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।”
https://twitter.com/TOICitiesNews/status/1127959509396099073?ref_src=twsrc%5Etfwअसकर का कहना है कि वह रियल एस्टेट का कारोबार करता है। हालाँकि, इस सम्बन्ध में पुलिस ने कुछ दावा नहीं किया है और जाँच के बाद ही इस बारे में कुछ पता चल पाएगा। असकर सोशल मीडिया पर ही सक्रिय था और स्थानीय लोगों को नज़रअंदाज़ किया करता था। मँजेरी स्थित अनाक्कायम के रहने वाले असकर को सांप्रदायिक घृणा फैलाने का आरोपित बनाया गया है। इससे पहले मई के पहले सप्ताह में केरल में एनआईए ने आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े चौथे आतंकी को गिरफ़्तार किया था। वह भी अरब से ही लौटा था। फैज़ल को कोचीन एयरपोर्ट से हिरासत में लेकर एनआईए की अदालत में पेश किया गया था।
इससे पहले 28 अप्रैल को अबू बकर सिद्दीक़ी और अहमद अराफात नामक आतंकियों को कासरगोड से गिरफ़्तार किया गया था। अबूबकर ने आतंकी हमले की योजना बनाने की बात स्वीकार की है और इसके लिए वह अन्य आतंकियों को भी हायर कर रहा था। वह श्री लंका ईस्टर ब्लास्ट के मास्टरमाइंड आतंकी ज़हरान हाशिम के वीडियो देख-देख कर ख़ुद को एक आत्मघाती हमलावर बनाने के लिए मानसिक रूप से तैयार कर रहा था। एनआईए द्वारा गिरफ़्तार किए गए चारों आतंकी आईएसआईएस से लगातार संपर्क में थे। श्री लंका में हुए धमाकों के बाद इस्लामिक कट्टरपंथी आतंक के प्रति भारतीय एजेंसियाँ सतर्क हैं।