ISI का एजेंट निकला डिलीवरी बॉय मोहम्मद रईस, साथी सलमान और अरमान की तलाश में मुंबई पहुँची यूपी ATS: ‘बाबरी के लिए’ कर रहा था काम

यूपी एटीएस के हत्थे चढ़ा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट मोहम्मद रईस (फोटो साभार: AmarUjala)

उत्तर प्रदेश एटीएस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपित की पहचान गोण्डा निवासी मोहम्मद रईस के रूप में हुई। आईएसआई के लिए जासूसी करने पर उसे 15 हजार रुपए मिले थे। रईस के साथियों अरमान और सलमान की तलाश में एटीएस की एक टीम मुंबई भेजी गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद रईस गोण्डा जिले के तरबगंज थाना क्षेत्र के दीनपुरवा गाँव का है। एटीएस ने दावा किया है कि मोहम्मद रईस मुंबई के कुछ लोगों के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और पाकिस्तान में बैठे आकाओं को जानकारियाँ भेज रहा था।

यूपी एटीएस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नवीन अरोड़ा का कहना है कि मुखबिर की सूचना के बाद मोहम्मद रईस की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। इस दौरान उसकी संदिग्ध गतिविधियाँ सामने आईं। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए उसे गोण्डा से लखनऊ लाया गया था। जहाँ रईस के मोबाइल और और अन्य जानकारियों की जाँच की गई। जाँच में  सामने आया कि रईस ने झाँसी छावनी की तस्वीरें और वीडियो पाकिस्तानी आकाओं को भेजे थे। इसके बदले में उसे पैसे मिले थे।

उन्होंने आगे कहा है कि मोहम्मद रईस का महाराष्ट्र लिंक सामने आने के बाद संबंधित लोगों की तलाश के लिए एटीएस की एक टीम मुंबई भेजी गई है। एटीएस की पूछताछ में मोहम्मद रईस ने कहा है कि पाँच साल पहले वह मुंबई में काम एक फूड डिलीवरी कंपनी के लिए डिलीवरी बॉय के रूप में काम कर रहा था। इसके बाद उसकी मुलाकात अरमान नामक व्यक्ति से हुई। अरमान ने उसे भारत में मुसलमानों पर अत्याचार और भेदभाव समेत कई तरीकों से बरगलाने की कोशिश की। 

यही नहीं अरमान ने रईस को बाबरी ढाँचे का जिक्र कर उसका ब्रेनवॉश करते हुए भारत के खिलाफ जासूसी करने के लिए उकसाया। अरमान से बातचीत के दौरान ही रईस ने उससे कहा कि वह काम करने के लिए सऊदी अरब जाना चाहता है। इस पर अरमान ने रईस से उसका नंबर पाकिस्तान के एक व्यक्ति को देनी की बात कही। साथ ही कहा कि यदि वह व्यक्ति उसे कॉल करके कुछ बताएगा। अगर वह सही तरीके से काम करता है तो उसे पैसा और दुबई में नौकरी मिलेगी।

इसके बाद साल 2022 में उसे एक विदेशी नंबर से व्हाट्सएप पर कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने अरमान का जिक्र करते हुए अपना नाम हुसैन और खुद को पाकिस्तानी जासूस बताया था। इसके बाद दोनों के बातचीत होने लगीं। हुसैन ने रईस से इस काम के लिए कुछ और लोगों को जोड़ने के लिए कहा था। इसके बाद उसने अपने दोस्त सलमान समेत कई अन्य लोगों को जासूसी के लिए तैयार किया था। 

रईस को बांग्लादेश का मोबाइल नंबर देकर उस पर व्हाट्सएप्प चलाने के लिए कहा गया था। इसी व्हाट्सएप्प पर उन लोगों की बातचीत होती थी। हुसैन ने रईस से भारतीय सेना के महत्वपूर्ण स्थानों से जुड़ी जानकारी और फोटो, वीडियो भेजने के लिए कहा था। इसके बदले उसे पैसे मिलने की बात कही गई थी। इसके बाद रईस, सलमान और उसके अन्य दोस्तों ने सेना से जुड़ी फोटो, वीडियो उसे भेजी थी। इन सब चीजों के बदले में उसे 15 हजार रुपए दिए गए थे।

बता दें कि इससे पहले 2 जुलाई 2023 को यूपी एटीएस ने गोण्डा जिले के तरबगंज से ही सद्दाम शेख नामक संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार किया था। सद्दाम शेख ओसामा बिन लादेन का फैन है। पुलिस ने उसके मोबाइल से कई संदिग्ध चीजें बरामद की हैं। वह IMO ऐप के जरिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बैठे आतंकियों के संर्पक में था। आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए वह मोबाइल पर कई तरह के वीडियो देखता था। हो सकता है कि सद्दाम शेख और मोहम्मद रईस के बीच भी कुछ संबंध हों। हालाँकि अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया