NIA की 7 राज्यों में 17 ठिकानों पर छापेमारी, लश्कर के बेंगलुरु मॉड्यूल के आतंकियों की तलाश: बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट से जुड़ रहे हैं तार

लश्कर ए तैयबा नेटवर्क की तलाश में NIA की 7 राज्यों में छापेमारी (फाइल फोटो- deccanchronicle.com)

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार (5 मार्च 2024) को 7 राज्यों में 17 जगहों पर छापेमारी की। यह छापेमारी लश्कर-ए-तैयबा मॉड्यूल से जुड़े आतंकियों की धर-पकड़ के लिए की गई। इस मॉड्यूल के आतंकी बेंगलुरु जेल में बनाए गए आतंकी नेटवर्क और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने से जुड़े हैं। साथ ही इनके बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट में शामिल होने की आशंका है। छापेमारी में कैश, डिजिटल डिवाइस और अन्य दस्तावेज बरामद हुए है।

आतंकियों की तलाश में NIA ने यह छापेमारी गुजरात, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और कर्नाटक की। आशंका जताई जा रही है कि बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट में भी लश्कर के इसी नेटवर्क का हाथ है। NIA के मुताबिक, इस छापेमारी के दौरान 25 मोबाइल फोन, 6 लैपटॉप, 4 स्टोरेज डिवाइस और कैश बरामद हुए हैं। यह कैश कई देशों की मुद्राओं के रूप में है।

दबिश के दौरान कर्नाटक के मंगलुरु में रहने वाले नवीद, बेंगलुरु के रहने वाले सैयद खैल, दक्षिण कन्नड़ जिले के निवासी बिज्जू, पश्चिम बंगाल 24 परगना निवासी मयूर चक्रबर्ती, पंजाब गुरदासपुर निवासी नवजोत सिंह, मेहसाणा गुजरात निवासी हार्दिक कुमार, अहमदाबाद निवासी करन कुमार, केरल में कासरगोड निवासी जॉनसन, तमिलनाडु रामनाथपुरम निवासी मुश्ताक अहमद व मुबीथ और चेन्नई निवासी हसन के ठिकानों की तलाश हुई।

NIA के मुताबिक, उनके द्वारा की गई छापेमारी की यह कार्रवाई उनके द्वारा 25 अक्टूबर 2023 को दिल्ली में दर्ज की गई FIR के सिलसिले में हुई है। इसी केस में 24 जनवरी 2024 को चार्जशीट दाखिल की गई थी। चार्जशीट में कुल 8 लोगों पर आरोप तय किए गए थे। इन 8 आरोपितों में जुनैद अहमद और सलमान खान अभी भी फरार चल रहे हैं। NIA को उसकी सरगर्मी से तलाश है।

NIA की प्रेसनोट

इन सभी पर UAPA व आर्मी एक्ट के अलावा विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। चार्जशीट में NIA ने बताया है कि बेंगलुरु जेल में सिखाए गए कट्टरपंथ से पनपा यह गिरोह पूरे देश में लश्कर ए तैयबा का नेटवर्क खड़ा करना चाहता है। NIA ने यह भी बताया कि इस गिरोह को आतंकी नेटवर्क खड़ा करने के लिए कई माध्यमों से पैसे भी मिल रहे हैं।

जिस मामले में NIA ने यह कार्रवाई की है उसका केस मूल रूप से बेंगलुरु पुलिस ने दर्ज कर रखा है। तब पारापन्ना अग्रहरा सेंट्रल से में बंद कैदियों को कट्टरपंथ की शिक्षा दे कर आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती करवाने की साजिश का खुलासा हुआ था। पुलिस ने तब इस नेटवर्क के खिलाफ छापेमारी करते हुए 4 हैंड ग्रेनेड, 4 वाकी टॉकी, 7 पिस्टल, 1 मैगजीन और 45 जिन्दा कारतूस बरामद किए थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जाँच एजेंसियों को आशंका है कि फरार चल रहे आतंकी सलमान और जुनैद अहमद का बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट में हाथ हो सकता है। आज तक का दावा है कि फिलहाल दोनों आतंकी विदेश भाग चुके हैं। फ़िलहाल ये अजरबैजान में मौजूद हो सकते हैं। कुछ समय पहले दोनों की लोकेशन दुबई में मिली थी, लेकिन बाद में ये वहाँ से भी निकल लिए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया