जमात के आतंकी बिहार, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में हुए सक्रिय, 125 की लिस्ट तैयार: NIA

NIA की कॉन्फ्रेंस में हुए अहम खुलासे

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आज सोमवार को एटीएस के प्रमुखों के साथ बैठक करते हुए आतंकी गतिविधियों से संबंधित कई अहम खुलासे किए। इस दौरान कॉन्फ्रेंस में, राज्य गृह मंत्री जी कृष्णन रेड्डी राष्ट्रीय सलाहकार अजित डोभाल, एनआईए के आईजी आलोक मित्तल, और डीजी योगेश चंद्र मोदी जैसी हस्तियाँ भी मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि बांग्लादेशी कट्टरपंथियों का आतंकी संगठन जेएमबी देश में सक्रिय है और बांग्लादेश का जेएमबी आतंकी नेटवर्क भारत को दहलाने के लिए दक्षिण भारत को बेस बना रहा है।

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इस बैठक को संबोधित करते हुए एनआईए के डीजी योगेश चंद्र मोदी ने बताया कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिद्दीन ने बिहार, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। जिसके संबंध में एनआईए ने 125 लोगों की लिस्ट तैयार करके संबंधित राज्यों से शेयर कर दी है।

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वहीं, एनआईए के आईजी आलोक मित्तल ने इस संबंध में बताया कि 2014 से 2018 के बीच जेएमबी ने बेंगलुरु में 20 से 22 ठिकाने स्थापित किए और दक्षिण भारत में अपने पैर पसारने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘जेएमबी ने कर्नाटक सीमा के पास कृष्णागिरी हिल्स में ‘रॉकेट लॉन्चर्स’ का परीक्षण भी किया।’’ आईजी ने सूचित किया कि म्यांमार में रोहिंग्याओं की हालत के बदले जेएमबी बौद्ध मंदिरों पर भी हमला करना चाहता था।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग के अभियुक्त संगठनों के प्रमुखों और शीर्ष अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है, साथ ही उनके ख़िलाफ़ आरोपपत्र दाखिल कर दिया गया है। उनके मुताबिक इन सभी गिरफ्तार लोगों में अब तक किसी को भी जमानत नहीं मिली है। इन्हें प्रेषण और हवाला हस्तांतरण के माध्यम से पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा फंड किया जा रहा था।

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उन्होंने कहा कि सीमा पार से लगातार कोशिश की जा रही है कि पंजाब में दोबारा आतंकी गतिविधियों को शुरू किया जा सके। अभी हाल ही में जन हानि के मामलो में एजेंसियों ने 16 लोग गिरफ्तार किए हैं, जिनकी जाँच में पता चला कि खालिस्तानी दोबारा सक्रिय हो रहे हैं। उन्हें यूके, इटली, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया द्वारा फंड दिया जा रहा है।

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इसके बाद आईजी आलोक मित्तल ने बताया कि अब तक आईएसआईएस से संबंधित मामलों में 127 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जिनमें तमिलनाडु के 33, उत्तरप्रदेश के 19, केरल के 17 और तेलंगाना के 14 लोग शामिल हैं।

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उनकी मानें तो तमिलनाडु और केरल के तीन मामलों में, आरोपितों ने इस बात को स्वीकारा कि उन्हें इस राह पर चलने के लिए जहरान हाशिम के वीडियो ने उकसाया। जहरान वही शक्स है जो श्रीलंका में ईस्टर पर हुए धमाकों का मास्टरमाइंड है।

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उल्लेखनीय है कि इस सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी एटीएस प्रमुखों को संबोधित किया। इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ विस्तृत कार्य योजना बनाने और विभिन्न राज्यों की एटीएस के बीच सहयोग बढ़ाने पर बातचीत हो रही है। क्योंकि बता दें जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से ही राज्य में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों की तरफ से हमले करने का खतरा बढ़ गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया