जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने आज (अप्रैल 22, 2020) मीडिया से बात करते हुए एक बड़ा खुलासा किया है। दिलबाग सिंह के अनुसार पाकिस्तानी आतंकी कैंपों में कोरोना संक्रमण फैल गया है। इसलिए अब पाकिस्तान इन्हीं कोरोना संंक्रमित आतंकियों को कश्मीर में भेजने का प्रयास कर रहा है जोकि चिंता की बात है।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने यह खुलासा आज गंदेरबल में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में बने कोरोना वार्ड के निरीक्षण के दौरान किया। दिलबाग सिंह ने बताया पाकिस्तान ने बड़ी संख्या में ऐसे आतंकियों को कश्मीर घाटी में भेजने की तैयारी कर ली है।
उन्होंने बताया कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि पाकिस्तान में आतंकी कैंपों में कोरोना फैल गया है। अब पाकिस्तान कोरोना के मरीज आतंकियों को भी एक्सपोर्ट करेगा और यहाँ लोगों में इन्फेक्शन फैलाएगा।
https://twitter.com/ANI/status/1252906622378225665?ref_src=twsrc%5Etfwइससे पहले पिछले दिनों सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान से एक आतंकी के फोन को टेप किया था। जिसमें इस आतंकी ने दक्षिण कश्मीर में अपने परिवार से बात की थी। फोन में आतंकी ने इस बात का खुलासा किया था कि कैंप में कई आतंकी कोरोना का शिकार बन गए हैं। साथ ही पाकिस्तानी सेना उनकी कोई मदद नहीं कर रही है।
फोन कॉल में यह भी बताया गया था कि किस तरह ऐसे हालात में भी पाकिस्तानी सेना आतंकियों को दवा के बदले सिर्फ हथियार दे कर सरहद पार करने को कह रही है। मार्च महीने की शुरुआत से यदि देखें तो विभिन्न एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने बीस के करीब आतंकियों को मार गिराया है। जिन में 5 को सरहद पार करते हुए कुपवाड़ा में मार गिराया गया, लेकिन अभी तक किसी भी मारे गए आतंकी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। इसके अलावा बीते सप्ताह किश्तवाड़ा में दो आतंकियों को मारा गया था।
बता दें, कश्मीर को लेकर इससे पहले खबर आई थी कि कश्मीर में दहशतगर्दी फैलाने के लिए वह जैश के आतंकियों को अफगानिस्तान में ट्रेनिंग दे रहा था। साथ ही वह कोरोना संक्रमितों की घुसपैठ कराने की भी फिराक में है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बीच इस खबर के अलावा ये भी सूचना है कि लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर का आतंकी संगठन और नक्सली भी फायदा उठाने में जुट गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों से लेकर आतंकी संगठनों तक ने इसके लिए अपने स्लीपर सेल को सक्रिय करना शुरू कर दिया है।