ISI एजेंट कभी बन जाती है पूजा तो कभी नेहा, माथे पर बिंदी और हिंदू नाम: पाकिस्तानी लड़कियों के निशाने पर भारतीय जवान, रिपोर्ट में दावा

भारतीय जवानों को ISI एजेंट बना रहीं शिकार

पाकिस्तानी लड़कियाँ हिंदुस्तान के जवानों को फेक प्रोफाइल बनाकर फँसा रही हैं। ये खुलासा इंडिया टीवी के ‘आज की बात’ शो में हुआ है। शो में एक लड़की की वीडियो दिखा कर बताया गया कि वीडियो में नजर आने वाली ISI एजेंट है जिसका कोड नेम पूजा राजपूत है। ये लड़की पाकिस्तान के सिंध प्रांत से ऑपरेट कर रही थी और पिन लोकेशन हैदराबाद की हुई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, पूजा राजपूत जैसे कोड नाम की आईएसआई एजेंट ने खुद को भारतीय मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में काम करने वाली कहा था। रजत शर्मा बताते हैं कि वीडियो में नजर आने वाली लड़की खुद को आर्म फोर्सेस की पूर्व कर्मचारी, तो कभी पूर्व फौजी की बेटी, कभी मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में काम करने वाली बता कर बातें शुरू करती थी। इसका काम संवेदनशील जानकारी माँगने से शुरू नहीं होता था। ये पहले अपने टारगेट की कमजोरियाँ जानती थी। 

कई दिन सिर्फ हँसी मजाक और पर्सनल लाइफ पर बातें होतीं। जब टारगेट ऐसी लड़कियों पर भरोसा करने लगता तो फिर उससे उसकी दिक्कतों, फैमिली संबंधी परेशानियों के बारे में बात की जाती। अगर टारगेट को कुछ पैसों की जरूरत है तो ये लोग उसे पैसे भी देते हैं। इस लेन-देन के लिए भी ISI ने कुछ भारतीयों को फँसा रखा है। उन्हीं के माध्यम से पैसा जवान तक पहुँचाया जाता है। 

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पूरी ट्रेनिंग देकर इन्हें ऐसे तैयार किया जाता है कि हिंदुस्तानी जवानों को संदेह न हो कि उनसे बात करने वाली लड़की पाकिस्तान में बैठी है। वो लड़की को अच्छे से हिंदी बोलना सिखाते हैं। कपड़े पहनने का तरीका बताया जाता है। इसके अलावा कॉल के समय भी ऐसा बैकग्राउंड तैयार होता है कि सामने वाले को लगे लड़की भारत में ही बैठी है। वीडियो में लड़की को हाथ में कलावा बाँधे और माथे पर टीका लगाए भी देखा जा सकता है।

रिपोर्ट बताती है कि पूजा राजपूत के अलावा कई आईडी, पाकिस्तानी आईपी एड्रेस से ट्रेस हुए हैं। ये लड़कियाँ कभी नेहा शर्मा बन कर, अंजना जोशी बन कर, कभी सोनिया पटेल, जसमीत, सानवी, इशानिका बन कर नकली प्रोफाइल बना कर लोगों को फँसाती हैं। इनका मकसद भारतीय यूनिट की मूवमेंट, कमांडर्स की विजिट या सेना से जुड़ी कोई जानकारी एकत्रित करना होता है।

यहाँ बता दें कि कुछ दिन पहले बेंगलुरु से गिरफ्तार हुए जितेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान के इस घिनौने खेल का पर्दाफाश हुआ था। जितेंद्र बाड़मेर का रहने वाला है और कपड़ों का व्यापार करता है। रिपोर्ट कहती है कि जितेंद्र इसकी आड़ में ही पाकिस्तान के लिए जासूसी भी करता था। इसके अलावा जयपुर से रेलवे ऑफिसर और एक गैस एजेंसी चलाने वाले संदीप गिरफ्तार हुए थे। उनके संबंध भी पाकिस्तान से पाए गए थे और फोन में महत्तवपूर्ण जानकारियाँ बरामद हुई थी।

इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पता चला कि ये पाकिस्तान, रावलपिंडी में मौजूद लोगों के संपर्क में थे। ओडिशा की मिसाइल फैसिलिटी से भी 6 लोगों को अरेस्ट किया गया था। ये लोग कॉन्ट्रैक्चुएल लेबर के तौर पर वहाँ लगे हुए थे और मिसाइल से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने में जुटे थे। इस काम के लिए इनको कराची से निर्देश आ रहे थे। अब पूरे केस को NIA जाँच रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया