रोहिंग्याओं को आधार, पैन कार्ड और भारत में रहने की जगह भी: आमिर के साथ नूर आलम UP के डासना से अरेस्ट

यूपी एटीएस ने नूर आलम और आमििर हुसैन को किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (ATS) टीम ने बांग्लादेश के रास्ते अवैध रूप से भारत आए 2 रोहिंग्या को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान नूर आलम उर्फ मोहम्मद रफीक और आमिर हुसैन के तौर पर हुई है। ये दोनों सोमवार (जून 7, 2021) शाम गाजियाबाद के डासना में पकड़े गए। कोर्ट में पेशी के बाद इन्हें जेल भेज दिया गया है।

एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि नूर आलम देश में रोहिंग्या लोगों को अवैध रूप से प्रवेश कराकर उन्हें यहाँ की भारतीय नागरिकता दिलाने का मास्टरमाइंड है। दोनों आरोपित मूल रूप से म्यांमार के हैं। वहीं नूर, 6 जनवरी को गिरफ्तार हुए रोहिंग्या अजीजुल्लाह का बहनोई है। अजीजुल्लाह के गिरफ्तारी के बाद से एटीएस नूर की तलाश कर रही थी।

जानकारी के मुताबिक, नूर आलम, रिफ्यूजी कैंप नयापाड़ा में रहता था। उसने कई साल पहले अवैध तरीके से भारत में आकर मेरठ के दरबार लबर खास में अपना ठिकाना बनाया था। वहीं आमिर हुसैन खजूरी खास स्थित श्रीराम कॉलोनी में रह रहा था। दोनों की जान पहचान कुछ माह पहले हुई थी। नूर ने आमिर को आश्वासन दिया था कि वह उसके जाली दस्तावेज बनवा देगा।

पुलिस की छानबीन में आरोपितों के पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड, यूएनएचआरसी कार्ड, मोबाइल और 70000 रुपए बरामद हुए हैं। एटीएस का कहना है कि जनवरी माह से आरोपित उनके रडार पर थे। यूपी एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने बताया कि यूपी एटीएस ने संतकबीर नगर से अजीजुल्लाह को गिरफ्तार किया था।

पूछताछ में उसने बताया था कि उसका बहनोई नूर आलम अवैध तरीके से म्यांमार से लोगों को भारत में प्रवेश कराता था। इसके बाद वह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उन्हें भारत के अलग-अलग इलाकों में शरण दिलाता था। तभी से एटीएस को नूर आलम की तलाश थी। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व मुखबिर से सूचना मिली कि नूर आलम अपने साथी के साथ गाजियाबाद में है। मंगलवार को घेराबंदी करते हुए नूर आलम व उसके साथी आमिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया।

भाजपा नेता ने उठाई थी रोहिंग्याओं को पकड़ने की माँग

गौरतलब है कि लोनी विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने डेढ़ साल पहले शासन को पत्र लिखकर गाजियाबाद में रोहिंग्या मुसलमान होने की बात कही थी। उन्होंने उनकी धरपकड़ की माँग की थी। मंगलवार को गाजियाबाद से इन दो रोहिंग्या पकड़े जाने के बाद नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि दिल्ली से नजदीकी व एनसीआर क्षेत्र होने के कारण गाजियाबाद में एक लाख से अधिक रोहिंग्या व बांग्लादेशी हैं।

इस संबंध में वह मुख्यमंत्री और गृह सचिव को पत्र लिखकर गाजियाबाद में सघन अभियान चलाने की माँग करेंगे, ताकि रोहिंग्याओं व बांग्लादेशी बेनकाब हो सकें और उन्हें भारत से भगाया जा सके।  नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने कश्मीर निवासी आतंकी जान मोहम्मद को गिरफ्तार किया था। उसने खुलासा किया था कि वह मसूरी स्थित डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की फिराक में था। विधायक का कहना है कि इस साजिश में रोहिंग्या व बांग्लादेशी भी शामिल हो सकते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया