2 आतंकवादी, एक ड्राइवर-दूसरा सिक्योरिटी गार्ड, मिशन- भारत को इस्लामी मुल्क बनाना: UP एटीएस ने सद्दाम और रिजवान को पकड़ा

यूपी एटीएस द्वारा पकड़े गए आतंकी सद्दाम शेख (बाएँ) और रिजवान खान

उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान रिजवान खान और सद्दाम शेख के तौर पर हुई है। दोनों आतंकी हिज्बुल और अंसार गजवातुल हिन्द से जुड़े हुए हैं। इनका मिशन भारत को इस्लामी मुल्क बनाना था। इसके लिए सोशल मीडिया के जरिए वे युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे थे।

दोनों आतंकियों में से ड्राइवर और दूसरा सिक्योरिटी गार्ड है। इनके मोबाइल से देश विरोधी गाने और तस्वीरें बरामद हुई हैं। UP ATS ने यह जानकारी रविवार (2 जुलाई 2023) को साझा की है। ATS ने बताया है कि रिजवान खान और सद्दाम शेख काफी समय से सोशल मीडिया पर आतंकियों की फोटो शेयर कर रहे थे। इससे वे ATS की रडार पर आए। रिजवान खान जम्मू-कश्मीर के पुँछ का रहने वाला है। उसने काफी समय तक उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में इंडार्गो फ़ूड प्राइवेट लिमिटेड में सिक्योरिटी गार्ड का काम किया था। फिलहाल वह बिहार के फारबिसगंज में मरहबा फ़ूड प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी में सिक्योरिटी गार्ड था।

ATS प्रेसनोट

दूसरा आतंकी सद्दाम शेख मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का है। वह NTC कम्पनी में ड्राइवर था। ATS की टीम ने दोनों आतंकियों को पकड़ कर पूछताछ की तो उन्होंने अपने देशविरोधी मंसूबों की जानकारी दी। रिजवान ने बताया कि वह ज़ाकिर मूसा और बुरहान वानी को अपना आइडियल मानता है। उसने मुजाहिद बनने की इच्छा जताते हुए ATS से कहा, “जेहाद की राह में फ़िदा होने के लिए इंशाअल्लाह मैं अपनी बारी का इंतज़ार कर रहा था।”

दूसरा आतंकी सद्दाम शेख ओसामा बिन लादेन का फैन है। इन दोनों के मंसूबे भारत को इस्लामी मुल्क बनाकर यहाँ शरिया कानून लागू करना था। सद्दाम ने हथियारों की ट्रेनिंग लेने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से कई आतंकी समूहों को सम्पर्क किया था। वह IMO एप के जरिए पाक अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकियों के भी सम्पर्क में था। सद्दाम ने बाबरी मस्जिद के फैसले से नाखुश था और इसका बदला लेना चाहता था।

ATS प्रेसनोट

पुलिस को दोनों आतंकियों के मोबाइल से नावेद जट, समीर टाइगर, रियाज़ नाइकू जैसे आतंकियों की फोटो मिली। रिजवान के मोबाइल से देश विरोधी गाने भी मिले हैं। रिजवान और सद्दाम मिल कर सोशल मीडिया पर अपने जैसी सोच वाले कट्टरपंथियों की टीम बना रहे थे। दोनों को 1 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया