‘दैनिक भास्कर’ का वनवासियों से जमीन हड़पने का मामला: ST आयोग ने छत्तीसगढ़ के रेवेन्यू सेक्रेटरी की गिरफ़्तारी का दिया आदेश

दैनिक भास्कर लैंड डील में राष्ट्रीय ST आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ राजस्व सचिव नीलम नामदेव एक्का के खिलाफ वॉरंट

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) ने छत्तीसगढ़ के DGP को एक वॉरंट जारी कर के वहाँ के रिवेन्यू सेक्रेटरी IAS नीलम नामदेव इक्का की गिरफ्तारी का आदेश दिया है। यह आदेश ‘दैनिक भास्कर’ ग्रुप के ‘DB पॉवर लिमिटेड’ द्वारा छत्तीसगढ़ में के जांजागीर-चांपा जिले में अनुसूचित जनजाति के लोगों की जमीन धोखाधड़ी से हड़पने के मामले में जारी हुआ है। रेवेन्यू सेक्रेटरी को 1 अप्रैल तक नीलम नामदेव एक्का को आयोग के आगे पेश करने के आदेश दिए हैं। यह वॉरंट 25 मार्च, 2022 (शुक्रवार) को जारी हुआ है।

छत्तीसगढ़ के राजस्व सचिव (रेवेन्यू सेक्रेटरी) को 24 मार्च को आयोग के सामने पेश हो कर अपना पक्ष रखना था। इस बाबत आयोग ने 11 मार्च को नोटिस जारी किया था। इस नोटिस में छत्तीसगढ़ स्टेट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के एमडी अरुण प्रसाद को भी पेश होने का आदेश था। 24 मार्च को अरुण प्रसाद आयोग के सामने पेश हुए थे पर नीलम नामदेव इक्का गैरहाजिर रहे। इसी के बाद आयोग ने उनकी गिरफ्तारी का नोटिस जारी किया है। ST आयोग दिल्ली के कोर्ट ऑफिसर एस पी मीणा ने यह नोटिस भेजे जाने की पुष्टि ऑपइंडिया से की है।

NCST का नोटिस, जिसे मिलने के बावजूद पेश नहीं हुए थे छत्तीसगढ़ के राजस्व सचिव

गौरतलब है कि वित्तीय गड़बड़ी के आरोपों के कारण जुलाई 2021 में आयकर विभाग (IT) ने भी ‘दैनिक भास्कर’ के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस पर छत्तीसगढ़ के जांजगीर में लगे आरोपों पर ‘राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) ने जाँच शुरू की है। संस्था के मुताबिक, उन्हें ‘दैनिक भास्कर’ समूह मीडिया संस्थान द्वारा अवैध रूप से आदिवासियों की जमीन की खरीद-बेच करने सम्बंधित शिकायत प्राप्त हुई है।

शिकायत में कहा गया है कि एजेंट के रूप में काम कर रहे उस व्यक्ति ने संस्थान के कहने पर ये सब किया। आरोप है कि इस दौरान ‘छत्तीसगढ़ स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन’ ने भी वनवासियों की जमीन अधिग्रहित कर ‘दैनिक भास्कर’ की कंपनी को बेचा।

ऑपइंडिया ने इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस के DGP IPS अशोक जुनेजा को फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। बाद में उनके PRO भगवती सिंह से बात की तो उन्होंने इस मामले के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया। DGP के आधिकारिक नंबर पर व्हाट्सएप्प के जरिए भी पूछने पर कोई जवाब नहीं आया। IAS नीलम नामदेव एक्का का भी आधिकारिक लैंडलाइन नंबर उठाया नहीं गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया