Video: स्टार बनते ही रानू मंडल के बदल गए तेवर, फैन ने लेनी चाही सेल्फी तो बरस पड़ी, कहा…

स्टार बनते ही बदले रानू मंडल के तेवर

कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर एक चेहरा काफी लोकप्रिय हुआ था और रातों रात स्टार बन गया था। वह चेहरा था- रेलवे स्टेशन पर गाना गाने वाली रानू मंडल का। इन दिनों सोशल मीडिया पर रानू मंडल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें रानू मंडल का अलग ही रूप नज़र आ रहा है।

इसे देखकर लग रहा है कि रेलवे स्‍टेशन से उठकर सोशल मीडिया पर रातों रात स्‍टार बनीं रानू मंडल के पाँव अब जमीन पर नहीं हैं। वायरल हो रहे इस वीडियो में सीधी और शांत दिखने वाली रानू ने अपने प्रशंसक को एक सेल्फी खिंचवाने के लिए कहा तो वह भड़क उठीं।

दरअसल सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में रानू एक शॉप में कुछ खरीदारी कर रही थी, तभी रानू की एक फीमेल फैन उनसे सेल्फी के लिए पूछती है। उस फीमेल फैन ने एक हाथ में फोन ले रखा था और दूसरे हाथ से रानू के हाथ को टच करके सेल्फी के लिए बोला। फैन रानू को देखकर इतनी एक्साइटेड थी कि उसका अपने हाथ पर काबू नहीं था और सामान्य तरीके से छूकर पलटने का कहते हुए सेल्फी की गुजारिश की थी।

लेकिन फैन के सेल्फी देने की बजाए रानू गुस्सा हो गई और उस पर भड़क गईं कि छूकर उसने बात क्यों की। फैन से रानू रूखा व्यवहार कर रही थी लेकिन फिर भी फैन कुछ न बोली और बस मुस्कुराती रही।

इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स और रानू के फैंस भी भड़क गए और वीडियो पर कमेंट्स करना शुरू कर दिए। किसी ने कहा, “शेम शेम”, तो किसी ने कहा, “कोई मायने नहीं रखता कि आप जिंदगी में कहाँ जाते हैं… हमें अपनी जमीन कभी नहीं भूलना चाहिए।” किसी ने कहा कि अब रानू मंडल को घमंड आ गया है, तो किसी ने कहा, “बाप रे ऐसा एटिट्यूड।” वहीं एक यूजर ने लिखा, “भैया अब बदल गए मैडम के तेवर।”

बता दें कि हिमेश रेशमिया के जरिए बॉलीवुड में डेब्यू करने के बाद रानू के हर वीडियो और गाने को लोगों का जबरदस्त सपोर्ट और प्यार मिला। रानू मंडल की लोकप्रियता को लेकर लता जी से जब सवाल किया गया था तो उन्होंने खुशी जाहिर की थी। लेकिन उसके साथ ही यह भी बात कही थी कि नकल करना कला नहीं है। 

लता मंगेश्कर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, “अगर मेरे नाम और काम से किसी का भला होता है तो मैं अपने आप को खुश किस्मत समझती हूँ। लेकिन मुझे यह भी लगता है कि नकल, सफलता के लिए एक विश्वसनीय और टिकाऊ साथी नहीं है। मेरे, किशोर दा, रफी साहब, मुकेश भैया या आशा के गानों को गाकर आकांक्षी गायकों को कुछ समय के लिए तो अटैंशन मिल सकता है, लेकिन यह लंबा नहीं चलेगा।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया