उद्धव ठाकरे का कार्टून ट्विटर को नहीं भाया, ‘बेस्ट CM’ के लिए कार्टूनिस्ट को भेजा नोटिस

उद्धव ठाकरे का कार्टून बनाने पर कार्टूनिस्ट को मिला नोटिस (साभार: Twitter/@vikasopikaso )

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर आधारित एक कार्टून ‘बेस्ट CM’ आपने देखा होगा। ट्विटर को यह रास नहीं आया है। इसके लिए उसने राजनीतिक कार्टूनिस्ट और व्यंग्यकार विकासो (Vikaso), यूजनरनेम @vikasopikaso को नोटिस भेजा है। ट्विटर के मुताबिक, ‘यह भारत के कानून का उल्लंघन करता है।’ वामपंथ से इतर विचार रखने वाले यूजर्स के अकाउंट मनमाने ढंग से सस्पेंड करने का ट्विटर का इतिहास रहा है।

कार्टूनिस्ट ने सोमवार (10 मई) को ट्विटर के कानूनी विभाग से प्राप्त नोटिस की प्रति को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, “आखिरकार, ‘बेस्ट सीएम पर एक कार्टून के लिए मुझे पहला नोटिस प्राप्त हुआ;)”।

https://twitter.com/vikasopikaso/status/1391762044433563651?ref_src=twsrc%5Etfw

‘बेस्ट सीएम’ कार्टून के लिए मिला नोटिस

कार्टूनिस्ट को 10 मई को भेजे एक ई-मेल में, ट्विटर के कानूनी विभाग ने सूचित किया है कि उन्हें ट्विटर अकाउंट @vikasopikaso के बारे में ”भारत से अनुरोध प्राप्त हुआ है, जो दावा करता है कि निम्नलिखित सामग्री भारत के कानूनों का उल्लंघन करती हैं।”

जिस कार्टून को बनाने के लिए कार्टूनिस्ट को नोटिस मिला है, वह 3 अप्रैल को पोस्ट किया गया था। व्यंग्यकार ने अपने स्केच के माध्यम से महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष किया था। उद्धव ठाकरे को चित्रित करने वाले राजनीतिक कार्टून में नारंगी रंग के कुर्ते में ‘चकराये सीएम’ को चित्रित किया गया था। सीएम के सामने दो ब्रीफकेस हैं, जिनमें से एक पर ‘लॉकडाउन’ और दूसरे पर ‘वसूली’ लिखा हुआ है और उन दोनों में से एक को चुनने में वह घबराये हुए नजर आ रहे हैं।

https://twitter.com/vikasopikaso/status/1378265167738245125?ref_src=twsrc%5Etfw

माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने ट्विटर उपयोगकर्ता को सूचित किया कि उन्होंने अभी तक रिपोर्ट किए गए कंटेंट पर कोई कार्रवाई नहीं की है। मेल में कहा गया है कि यदि उन्हें अकाउंट से कंटेंट को हटाने के लिए किसी अधिकृत संस्था (जैसे पुलिस या सरकार एजेंसी) से कोई कानूनी अनुरोध प्राप्त होता हैं तो यह यूजर्स को सूचित करने के लिए ट्विटर की नीति है।

ऐसा कहते हुए, ट्विटर ने कहा कि इस बीच, यूजर के पास अपने कानूनी विकल्पों को तलाशने का विकल्प है। इसमें कहा गया है कि कार्टूनिस्ट को सूचित किया गया था ताकि वह कानूनी सलाह ले सकें और अदालत में अनुरोध को चुनौती दे सकें या स्वेच्छा से सामग्री को हटा सकें या उचित लगने वाला कोई और समाधान खोज सकें।

ट्विटर पहले भी कर चुका है गैर-वामपंथी अकाउंट्स को सस्पेंड

ट्विटर ने हालाँकि इस कार्टून को हटाया नहीं है लेकिन उसका गैर-वामपंथी अकाउंट्स को खामोश करने का इतिहास रहा है। फरवरी 2020 में, ट्विटर यूजर “टीपूडा” के अकाउंट, जिसका उपयोगकर्ता नाम @PR1CELES5 है, को माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट द्वारा सस्पेंड कर दिया गया था। यह ट्विटर यूजर, जिसका वास्तविक नाम अमोल है, को ‘करेक्टेड’ कार्टून के माध्यम से कार्टूनिस्टों के पूर्वाग्रह को उजागर करने की कीमत चुकानी पड़ी थी।

इससे पहले, एक ट्विटर उपयोगकर्ता, जिसने राहुल गाँधी का मजाकिया कार्टून बनाया था, के अकाउंट को भी ट्विटर ने स्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया था, जिसने लोगों को हैरान किया कि क्या ऐसा उनकी राजनीतिक विचारधारा के कारण हुआ।

उद्धव ठाकरे सरकार ने भी अतीत में अपने आलोचकों के प्रति असहिष्णुता का प्रदर्शन किया है। पिछले साल उद्धव ठाकरे के कार्टून को शेयर करने के लिए शिवसेना के छह गुंडों ने एक रिटायर्ड नौसेना अधिकारी के साथ मारपीट की थी। नौसेना अधिकारी द्वारा वॉट्सऐप पर फॉरवर्ड कार्टून कथित रूप से उद्धव ठाकरे और उनके सहयोगियों शरद पवार और सोनिया गाँधी पर एक व्यंग्यात्मक कार्टून था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया