देशभक्ति को लेकर वीर सावरकर पर बनी फिल्म का ट्रेलर 4 मार्च 2024 को रिलीज होने के बाद सोशल मीडिया पर एक नए तरह का विवाद सामने आया है। कुछ लोगों ने इस बात से आपत्ति जताई है कि फिल्म में भीम राव अंबेडकर के कैरेक्टर के लिए कास्टिंग अच्छी नहीं हुई है। वो एक्टर का रंग रूप देखकर इस कास्टिंग को जातिगत एंगल दे रहे हैं।
हॉलीवुड में बनी फिल्म में अंबेडकर की छवि से तुलना करके दिखाया जा रहा है कि कैसे वीर सावरकर फिल्म में ऐसी कास्टिंग करके फिल्म निर्माताओं ने अपने ब्राह्मण माइंडसेट को दिखाया है।
नितिन चव्हाण ने फोटो शेयर करते हुए लिखा- “इस तरह इन्होंने अंबेडकर के रोल को सावरकर मूवी में कास्ट किया है। ये लोग चाहते हैं कि हर स्वतंत्रता सेनानी एक क्लाउन या विलन जैसा दिखे ताकि सावरकर को हीरो दिखाया जा सके।”
द व्हाइट डार्क नाइट नाम के यूजर ने इस मामले में प्रकाश अंबेडकर और सूजत अंबेडकर को टैग करके लिखा कि जैसे चंद्र बोस ने अपना स्टैंड लिया। वैसे ही ही अंबेडकरवादियों की ओर से इस मुद्दे पर एक कड़ा स्टैंड प्रकाश अंबेडकर को भी लेना होगा।
ट्वीट में अपील की जा रही है कि प्रकाश अंबेडकर फिल्ममेकर को चेतावनी भेजें कि जैसा कि ट्रेलर में दिखाया गया है कि बाबासाहब का लिंक सावरकर से था, उस पार्ट को हटाया जाए।
बता दें कि इससे पहले चंद्र कुमार बोस ने इस फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद कहा था कि किसी शख्सियत को वैसा का वैसा प्रोजेक्ट करना बहुत जरूरी है। नेताजी सेकुलर नेता थे और राष्ट्रवादियों में राष्ट्रवादी थी। उनका लिंक सावरकर के साथ न दिखाया जाए।