फिल्ममेकर हंसल मेहता ने दी विवेक अग्रिहोत्री को इस्लाम समझने के लिए मुस्लिम बनने की सलाह

फिल्ममेकर हंसल मेहता और विवेक अग्निहोत्री

उत्तरप्रदेश के मेरठ से गायब हुई लड़की के शाहीन बाग में मिलने के बाद इस खबर की चर्चा चारो ओर है। लड़की का अपहरण करने वाले शहजाद के मनसूबों और शाहीन बाग प्रदर्शन के पीछे छिपे मकसद पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इसी क्रम में फिल्म मेकर विवेक अग्रिहोत्री ने भी इस वाकये पर अपनी प्रतिक्रिया दी। जो सीएए के विरोध में खड़े फिल्ममेकर हंसल मेहता से ये बर्दाश्त नहीं हुई और उन्होंने विवेक अग्रिहोत्री को मुस्लिम बनने की सलाह दे डाली।

दरअसल, मेरठ की घटना को शेयर करते हुए फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने अपने ट्विटर पर कहा, “शाहीन बाग अब इस्लाम में परिवर्तन करवाने का केंद्र बन चुका है। जहाँ हर जेबकतरे, मोबाइल चोर जैसे लोगों को छिपाया जाता है और हर तरह की अवैध गतिविधि को बढ़ावा दिया जा रहा है।” वे इस खबर के लिंक को शेयर करते हुए लिखते हैं, “मुझे हैरानी है कि दिल्ली के लोग इसे क्यों बर्दाश्त कर रहे हैं।”

https://twitter.com/vivekagnihotri/status/1223082083859357696?ref_src=twsrc%5Etfw

अब हालाँकि, विवेक अग्निहोत्री की ये प्रतिक्रिया स्वभाविक है, क्योंकि अभी बीते दिनों शाहीन बाग में जिन्ना वाली आजादी के नारे सुनाई दिए और अभी इसी प्रदर्शन से निकले शरजील इमाम जैसे शख्स की गिरफ्तारी हुई है। जिसने अतिउत्साह में देश से असम काटने की बात ही कह डाली। लेकिन, तथाकथित सेकुलर फिल्ममेकर हंसल मेहता से ये रिएक्शन बर्दाश नहीं हुआ।

हंसल मेहता ने विवेक के पोस्ट पर रिप्लाई देते हुए उन्हें नफरत फैलाने वाला कहा। साथ ही कहा कि उन्हें शाहीन बाग के प्रदर्शन को समझने के लिए इस्लाम में अपना धर्मपरिवर्तन करना चाहिए।

हंसल लिखते हैं, “बदकिस्तमकी से ट्विटर तुम जैसे घृणा फैलाने वालों की जगह बन गया है। मैं सच में उम्मीद करता हूँ कि तुम इस्लाम में परिवर्तित हो जाओ, ताकि तुम्हें समझ आए कि इस मजहब के लोग किसकी लड़ाई लड़ रहे है।” इसके बाद हंसल लिखते हैं, “वास्तव में तो मैं चाहता हूँ कि आप हिंदुत्व को समझें ताकि आप उसे कलंकित न करें।”

https://twitter.com/mehtahansal/status/1223140272952860672?ref_src=twsrc%5Etfw

गौरतलब है कि एक ओर जहाँ शाहीन बाग का नाम लेने के कारण हंसल मेहता अपनी धर्म निरपेक्ष छवि को स्थापित करने के लिए, विवेक अग्निहोत्री को हिंदू धर्म को कलंकित करने वाला करार देते हैं और कह रहे हैं कि उन्हें प्रदर्शन को समझने के लिए इस्लाम कबूलना चाहिए। वहीं, ट्विटर यूजर्स उनके इस कमेंट के लिए उन्हें आड़े हाथों ले रहे हैं।

यूजर्स का कहना है कि इस्लाम समझने के लिए परिवर्तित होने की क्या जरूरत? अल बगदादी, हाफिज सईद, मसूद अजहर, ISIS, अलकायदा, बोको हरम जैसे संगठनों को देखकर समझा जा सकता है कि ये किसलिए खड़े हैं।

https://twitter.com/Naankan/status/1223165520742178823?ref_src=twsrc%5Etfw

कुछ लोग शरजील, याकूब मेमन, दाऊद इब्राहिब जैसे कट्टरपंथियों का उदाहरण देकर हंसल से सवाल कर रहे हैं कि क्या ऐसा बनने के लिए उन्हें धर्म परिवर्तन करवाना चाहिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया