‘दीदी ही वॉल्वरिन है’: बैंडेज में बदल गया ममता बनर्जी के पैर का प्लास्टर, लोगों ने कहा- गिनीज बुक में हो रिकॉर्ड

ममता बनर्जी की अस्पताल के भीतर और बाहर की तस्वीर (साभार: @ujjwalpareek)

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के SSKM अस्पताल से डिस्चार्ज होकर निकल गई हैं। अस्पताल से निकलने की दौरान व्हील चेयर पर पैर में बैंडेज के साथ बैठी उनकी तस्वीर भी सोशल मीडिया में वायरल हुई। नंदीग्राम में उन पर हमला होने के दावा किया गया था। वे 2 दिन अस्पताल में रहीं। अब उन्हें उनके घर कालीघाट हाउस में ले जाया गया है। लेकिन, उनके पैर में प्लास्टर की जगह बैंडेज देख कर सोशल मीडिया में लोग पूछ रहे हैं कि क्या ये सच में एक गंभीर चोट थी, जैसा बताया गया?

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‘द फ़्रस्ट्रेटेड इंडियन’ के कंसल्टिंग एडिटर अजीत दत्ता ने कहा कि एक ही दिन में प्लास्टर से बैंडेज हो गया, यही तो ‘आसोल परिवर्तन है’, अच्छे दिन’ है। एक ट्विटर यूजर ने कहा कि मात्र 2 दिनों में फ्रैक्चर बैंडेज हटवाने के लिए ममता बनर्जी का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में शामिल हो गया है। ‘फैक्ट्स’ नामक हैंडल ने ममता बनर्जी की तुलना हॉलीवुड फिल्म के किरदार ‘वॉल्वरिन’ से कर दी।

https://twitter.com/abdullah_0mar/status/1370415920439468036?ref_src=twsrc%5Etfw

दरअसल, ये एक ऐसा कैरेक्टर है जिस पर घावों का असर तो होता है लेकिन ये तुरंत ही ठीक होकर सामान्य हो जाता है। लोग पूछ रहे हैं कि इतनी जल्दी हड्डी में फ्रैक्चर कैसे ठीक हो गया? जहाँ कई नेताओं ने उनके उत्तम स्वास्थ्य लाभ की कामना की है, कई डॉक्टरों तक ने भी ममता बनर्जी के इलाज के दौरान आई तस्वीरों में गलतियाँ ढूँढी। उन्होंने प्लास्टर देख कर भी कहा था कि इसकी प्रक्रिया ठीक नहीं है।

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TMC ने ऐलान किया है कि रविवार (मार्च 14, 2021) को वो अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी व्हील चेयर से ही चुनाव प्रचार करेंगी। वहीं विपक्षी नेता इसे सहानुभूति के लिए तैयार किया गया उपक्रम करार दे रहे हैं। कई पूछ रहे कि जब जख्म गंभीर था तो उन्हें नंदीग्राम की जगह 130 किलोमीटर दूर कोलकाता क्यों ले जाया गया?

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया