‘अरे भई पढ़ तो लेते… इतने गधे भरे पड़े हैं इस पार्टी में’: समाजवादी पार्टी की हरकतों से ट्रोल हुए अखिलेश यादव, ट्वीट पर लोगों ने घेरा

इसी ट्वीट पर ट्रोल हुुए अखिलेश यादव (फोटो साभार: Twitter)

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने शुक्रवार (25 फरवरी 2022) को ट्विटर पर एक बैनर के साथ एक पोस्ट अपलोड किया। जिसमें लिखा था: ‘राइड विद द टाइड’ (Ride With The Tide)। दिलचस्प बात यह है कि तस्वीर में वर्तमान चुनाव में पार्टी की स्थिति की आलोचनात्मक टिप्पणियाँ की गई है।

समाजवादी पार्टी द्वारा किया गया ट्वीट

समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल ने एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है, “10 मार्च को आ रहे हैं अखिलेश…” पोस्ट को दोपहर 01:44 बजे शेयर किया गया था। इसमें एक फोटो भी है, जिसका टाइटल ‘राइड विद द टाइड’ है। नारे के तहत कुछ पंक्तियाँ ऐसी हैं जो समाजवादी पार्टी के लिए ही आलोचनात्मक हैं।

पोस्टर में लिखा मैसेज

नारे के नीचे संदेश में लिखा है, “अखिलेश यादव ने छोटे, जाति-आधारित दलों के साथ एक मजबूत गठबंधन बनाया है। उनका काम समाजवादी पार्टी को वापस सत्ता में लाने का है, हालाँकि, उनके सहयोगियों के ढुलमुल रवैए और अपनी ही पार्टी के नेताओं के बीच असंतोष के कारण यह चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।

इस पोस्ट के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने समाजवादी पार्टी का मजाक उड़ाना शुरू कर दिया। देबोज्योति दासगुप्ता (@tisDev) नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “अरे भाई पढ़ तो लेते, क्या लिखा है।”

Kaajikatla (@kaajukatla) नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, “डिलीट किया तो अखिलेश टोंटीचोर।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “इतने गधे भरे पड़े हैं इस पार्टी में।”

प्रज्जवल मिश्रा ने लिखा, “ये जो ट्विटर इस्तेमाल कर रहा आपका, कम से कम पढ़े लिखे को इस्तेमाल करने को देते।”

एक अन्य यूजर ने भी चुटकी लेते हुए लिखा, “और ये लोग छात्रों को रोजगार देंगे। अरे भई पढ़ तो लेते क्या लिखा है।”

ऐसा लगता है कि अखिलेश यादव की हाथ हिलाती हुई तस्वीर को देखकर समाजवादी पार्टी इतनी उत्साहित हो गई कि उन्होंने फोटो में लिखे कैप्शन को पढ़ना भी मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने मान लिया कि इसमें लिखा है कि अखिलेश यादव चुनाव में जीत कर सत्ता में आ रहे हैं। उन्होंने बिना पढ़े ही उसे ट्वीट कर दिया। जिसके लिए अब अखिलेश यादव को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में राज्य विधानसभा चुनाव जारी हैं और सभी राजनीतिक दल अपने-अपने दौर के मतदान के लिए प्रचार कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने कई छोटी जाति-आधारित पार्टियों और जयंत चौधरी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक दल के साथ गठबंधन किया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया