‘नागवार हुकूमत… मदीना को बना देगी आवारगी का अड्डा’: सऊदी अरब को ‘मदीना में सिनेमा’ पर भारत-पाक के मुस्लिम भेज रहे लानत

मदीना में सिनेमा खुलने के विरोध में प्रदर्शन

सऊदी अरब की हुकूमत ने जब से मदीना शरीफ में सिनेमा हॉल खोलने की बात कही है उसी समय से भारतीय मुसलमानों में नाराजगी है। कई मुस्लिम समूह और उलेमा अब सऊदी अरब की हुकूमत के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं। जगह-जगह अधिक विरोध की तैयारियाँ हो रही हैं।

रजा अकादमी द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों में देख सकते हैं कि कैसे बड़ी तादाद में भारतीय मुस्लिम समुदाय के लोग पोस्टर लेकर खड़े हैं। इस बाबत उन्होंने एक ट्विटर ट्रेंड अलर्ट भी जारी किया है। इसमें बताया गया है, “सऊदी हुकूमत ने जो मदीना शरीफ में सिनेमा घर खोलने का ऐलान किया है। उसके खिलाफ़ 23 सितंबर 2021 को मुंबई में उलमाये अहले सुन्नत का एहतेजाज होगा।”

पोस्टर में अपील की गई है कि सभी लोग #Bancinemainmadinashareef के ट्वीट करके इस अभियान में शामिल हों और किंग सलमान और सऊदी की एंबेसी को टैग करें।

https://twitter.com/razaacademyho/status/1440973274620387334?ref_src=twsrc%5Etfw

तंजीम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने इस संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सऊदी हुकूमत सिनेमाघर खोलकर इस्लाम को बदनाम करना चाहती है। उसे मक्का और मदीना शरीफ की पवित्रता भंग नहीं करने दी जाएगी। मक्का शरीफ में खुदा का घर है और मदीना शरीफ में पैगंबरे इस्लाम है, जिनसे दुनिया भर के मुसलमानों की आस्था जुड़ी है।

https://twitter.com/GlobalsTimeNews/status/1440971043644981252?ref_src=twsrc%5Etfw

अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, खानकाह कादरिया रहमानिया चनहटा के गद्दीनशीन मौलाना सूफी अब्दुर्रहमान कादरी ने मदीना में सिनेमा खुलने की बात सुन कहा कि कुरान और हदीस ने मुस्लिम समाज को बुराइयों से बचने का फरमान जारी किया है। गाना-बजाना और तमाशे जैसी बुरी चीजों को सऊदी हुकूमत खत्म करने के बजाय बढ़ावा दे रही है। ऐसे ही खानकाह जहांगीरिया कैंट के गद्दीनशीन सूफी पीर मोहम्मद हनीम लियाकती ने कहा कि सऊदी हुकूमत और उसके युवा शहजादे मोहम्मद बिन सलमान नाजायज कामों को बढ़ावा दे रहे हैं।

बता दें कि ट्विटर पर इस समय #ShameOnYouSaudiGovt ट्रेंड हो रहा है। ये भारत और पाकिस्तानी मुसलमान हैं जिन्होंने मिल कर एक ऐसे देश के विरुद्ध अभियान छेड़ा हुआ जो पूरे विश्व के मुस्लिमों की सहायता करने को तैयार रहता है। ऐसे में अन्य यूजर्स विरोध करने वालों को कह रहे हैं कि अगर लोगों को सऊदी से भी परेशानी है तो फिर उन्हें वहाँ भी नहीं जाना चाहिए।

मालूम हो कि इस हैशटैग को ट्विटर पर ट्रेंड करवाते हुए कहा जा रहा है कि मुस्लिम अपने पाक जगहों पर अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी माँगने जाते हैं न कि और गुनाह करने।

https://twitter.com/SunniBareilvi/status/1440960356331909124?ref_src=twsrc%5Etfw

कुछ लोग सऊदी हुकूमत के इस फैसले में इजरायल को घुसा रहे हैं। उनका कहना है कि मदीना पूरे उम्माह का है न कि इजरायल के नौकरों को। ये सरकार गिर जाएगा। इससे मदीना की पाकीजगी को खतरा है।

https://twitter.com/thatgirl1226/status/1440970800622833664?ref_src=twsrc%5Etfw

निजाम सऊदी हुकूमत को बेशुमार लानतें भेजते हुए कहते हैं, जिस मुकद्दस सरजमीं पर चप्पल पहनकर चलना गवारा नहीं, वहाँ ये नागवार लोग आवारगी का अड्डा बनाएँगे!

https://twitter.com/NUSheikh1322/status/1440985499087228930?ref_src=twsrc%5Etfw

यहाँ ये भी बता दें कि सऊदी अरब की सरकार ने पिछले साल नवंबर के अंत में मुसलमानों के पाक शहर मदीना में किंग सलमान रोड पर 10 सिनेमा घर, 32 रेस्टोरेंट और 2 मनोरंजन स्थल विकसित करने की घोषणा की थी। खबरों के अनुसार, आदेश के बाद इनका निर्माण कार्य जनवरी 2022 तक पूरा होना मुकर्रर बताया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया