इलाहाबाद हाई कोर्ट

‘सप्तपदी’ के बिना हिंदुओं का विवाह मान्य नहीं: इलाहाबाद हाईकोर्ट, कहा- अंगूठी बदलना और माला पहनाना नहीं होती शादी, फेरे लेना जरूरी

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि हिंदू विवाह तब तक पूर्ण नहीं होता, जबतकि सप्तपदी की प्रक्रिया पूरी न हो जाए।

सपा नेता और मुस्लिमों ने हथिया ली बाँके बिहारी मंदिर की जमीन, ऐतिहासिक कुआँ और सिंहासन तोड़ डाला, सरकारी कागज में लिखवाया – ये कब्रिस्तान: अब HC बोला – वापस करो

बाँके बिहारी मंदिर की जमीन को राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में कब्रिस्तान बता दिया गया था। अब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसे सुधारने का आदेश दिया है।

बाइबल बाँटना, गाँव वालों (SC/ST) को एक जगह जमा करना, ‘भंडारा’ कराना… यह सब धर्म परिवर्तन के लिए लालच नहीं: इलाहाबाद हाई कोर्ट

अगर आप बाइबल बाँटते हैं, तो यह धर्म परिवर्तन के लिए लालच नहीं माना जाएगा। इलाहाबाद हाई कोर्ट का यह मानना है। जज शमीम अहमद ने बेल भी दे दिया।

लिव इन रिलेशन में था अदनान, रेप केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट से बेल: जज ने कहा – ऐसे रिश्ते विवाह को नष्ट करने का व्यवस्थित डिजाइन

"विवाह संस्था किसी व्यक्ति को जो सुरक्षा, सामाजिक स्वीकृति, प्रगति और स्थिरता प्रदान करती है, वह कभी भी लिव-इन रिलेशनशिप द्वारा प्रदान नहीं की जाती है।"

पहली बीवी के रहते दूसरी शादी की तो नहीं जाएगी सरकारी नौकरी, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बहाली का दिया आदेश

पहली पत्नी के रहते हुए दूसरी शादी करने पर भी सरकारी कर्मचारी को नौकरी से बर्खास्त नहीं किया जा सकता है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक फैसले में यह कहा…

‘लिंग परिवर्तन संवैधानिक अधिकार’: यूपी पुलिस की महिला कॉन्स्टेबल को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दी राहत, बोला- DGP एप्लिकेशन पर तुरंत लें निर्णय

यूपी पुलिस की कॉन्स्टेबल नेहा सिंह ने अपनी सेक्स चेंज सर्जरी की मंजूरी माँगने के लिए विभाग को एप्लिकेशन दी थी, लेकिन उसका जवाब नहीं दिया गया।

​कब्रिस्तान के नाम पर कर दी बांके बिहारी जी महाराज मंदिर की जमीन, हाई कोर्ट ने तहसीलदार से माँगा जवाब: 2004 में राजस्व रिकॉर्ड में हुई थी ‘हेराफेरी’

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बांके बिहारी जी महाराज मंदिर की जमीन कब्रिस्तान के नाम पर किए जाने को लेकर तहसीलदार से जवाब माँगा है।

‘लिव इन हराम, निकाह से पहले किस पर 100 कोड़े’: हाई कोर्ट ने ‘इस्लाम’ का दिया हवाला, हिंदू लड़की+मुस्लिम लड़का को राहत देने से इनकार

निकाह से पहले किसी तरह का यौन संबंध हराम है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे एक जोड़े की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह बात…

‘राम जन्मभूमि पर निर्णय नहीं सुनाने के लिए मुझपर बनाया गया था दबाव’: HC के पूर्व जज बोले- अगर फैसला नहीं देता तो 200 वर्षों तक फैसला नहीं होता

रामजन्मभूमि मामले में फैसला सुनाने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने कहा कि उन पर फैसला नहीं देने का बहुत दबाव था।

पत्नी नहीं करने देती थी सेक्स, तलाक के लिए कोर्ट चला गया पति: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने माना- जीवनसाथी को लंबे समय तक संभोग की इजाजत न देना मानसिक क्रूरता

अदालत ने कहा कि यदि पति या पत्नी बिना किसी कारण के अधिक समय तक सेक्स से इनकार करते हैं तो यह तलाक का आधार बन सकता है।