जहाँ पली-बढ़ीं माधवी लता, जहाँ कभी थे हिंदुओं के 100 घर, आज बचे हैं केवल 5: दंगों को याद कर बोलीं- रात भर लगता था डर
माधवी लता ने हैदराबाद के दंगों को याद करते हुए बताया है कि कैसे पुरुषों को पहरा देना पड़ता था। कैसे महिलाएँ मिर्च की पोटली तैयार कर रखतीं थी।