दिल्ली दंगों पर इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट को पुलिस ने नकारा, बताया- भ्रामक, सनसनी बटोरने की कवायद
दिल्ली पुलिस ने इंडियन एक्सप्रेस के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि पूरी रिपोर्ट भ्रामक और चर्चा बटोरने वाली खबर के अलावा कुछ नहीं है।
दिल्ली पुलिस ने इंडियन एक्सप्रेस के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि पूरी रिपोर्ट भ्रामक और चर्चा बटोरने वाली खबर के अलावा कुछ नहीं है।
चार्जशीट के मुताबिक सफूरा भी पुलिस हेड कॉन्सटेबल रतन लाल की हत्या की उतनी ही जिम्मेदार है, जितनी कि दंगाइयों की भीड़। रतन लाल की हत्या में सफूरा का नाम…
ताहिर हुसैन ने इंसानों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया। हुसैन ने खुद ही कबूला कि उसी ने मुस्लिम भीड़ को भड़काया था और चाँदबाग, खजूरी खास एवं अपने…
हलफनामे में कहा गया कि दिल्ली पुलिस इन नेताओं के भाषणों की पड़ताल कर रही हैं। अगर दंगों से जुड़े किसी भी नेक्सस का खुलासा इसके पीछे होता है तो......
कोर्ट ने कहा कि इस मामले के गवाह उसी इलाके के हैं, जहाँ ताहिर रहता हैं। ऐसे में मुमकिन है अगर ताहिर बेल पर छूटे तो वह उन्हें धमकाए।
कॉन्स्टेबल रतन लाल की हत्या की चार्जशीट बताती है कि किस तरह सफूरा जरगर जैसों ने दिल्ली दंगों पूरी साजिश रची थी।
ताहिर हुसैन की जमानत याचिका खारिज करते हुए सेशन कोर्ट ने कहा कि दिल्ली मे हुए दंगों के पीछे एक ऐसी साजिश थी, जिसकी जड़ें काफ़ी गहरी हैं।
ताहिर हुसैन ने जानकारी दी कि उसने भीड़ को अपनी छत पर खड़े होकर गोलीबारी और पत्थरबाजी करने को कहा क्योंकि उसे लगता था कि उसका घर ऊँचा है तो…
8वीं तक पढ़ा ताहिर हुसैन 1993 में अपने पिता के साथ दिल्ली आया था और दोनों पिता-पुत्र बढ़ई का काम करते थे। पढ़ें दिल्ली दंगों पर उसका कबूलनामा।
दोनों 24 फरवरी को उस वक्त ताहिर हुसैन के कार्यालय में ही थे जब उसके बेसमेंट में लोग इकट्ठा हो रहे थे और आप का निलंबित पार्षद उनसे गोपनीय बातें…