हिंदी की कोई ज़रूरत नहीं है… फहाद फाज़िल की मलयालम फिल्म ‘आवेशम’ में राजभाषा का अपमान? सोशल मीडिया में छिड़ी बहस
साथी कहता है कि सबको सन्देश मिल गया है, अब हमें निकलना चाहिए। इस दौरान रंगा पूछता है, "हिंदी की ज़रूरत नहीं है?" उसका साथी कहता है, "कोई ज़रूरत नहीं…