‘वो आतंकवादी थे, खालिस्तानी थे… किसान नहीं’ – लखीमपुर खीरी हिंसा से पीड़ित एक पिता हैं TV-मोबाइल से दूर… बेटे शुभम मिश्रा को मरते नहीं देख सकते
परिजन कहते हैं कि जो लड़के (बीजेपी के) मारे गए हैं उस पर विपक्षियों ने कुछ नहीं कहा। आखिर ये भी तो किसान के बच्चे हैं। उनको सिर्फ बीजेपी का…