रवीश कुमार

वामपंथी रोस्ट रील: गंजा, झबरा, रवीश, राहुल कँवल, राहुल गाँधी | Leftist roast reel by Ajeet Bharti

अब टुटपूंजी चंपुओं की एक और लॉबी सक्रिय हो गई है। इसमें प्रतीक सिन्हा नाम का गंजा है जो फेक न्यूज के नाम पर खुद ही प्रोपेगेंडा खेलते रहता है।

अर्नब पर हमला न होकर रवीश पर होता तो नेशनल-इंटरनेशनल मीडिया में चलते ये 4 हेडलाइन

...अगर ये हमला अर्नब पर न होकर रवीश पर होता तो क्या देश का चौथा स्तम्भ अब तक भरभराकर गिर नहीं गया होता? इंटरनेशनल मीडिया अब तक...

चीन को क्लीन चिट देने वाले रवीश कुमार बन चुके हैं राष्ट्रीय आपदा

रवीश कुमार भारत में डॉक्टर पर हुए हमले को अपने हिसाब की सही वजह ढूँढकर उसे जस्टिफ़ाय करने लगते हैं। साधुओं की हत्या पर भी वो...

फिनलैंड से रवीश कुमार को खुला पत्र: कभी थूकने वाले लोगों पर भी प्राइम टाइम कीजिए

प्राइम टाइम देखना फिर भी जारी रखूँगा, क्योंकि मुझे गर्व है आप पर कि आप लोगों की भलाई सोचते हैं। बीच में किसी दिन थूकने वालों और वार्ड में अभद्र…

बकैत कुमार का प्राइम टाइम लीक: समुदाय विशेष से जबरन दीपावली मनवाने की साजिश की जा रही है

जिसने वोट दिया अपना टॉर्च जलाए, माँग कर जलाए लेकिन हमारे लिबरल और सेकुलर लोगों का क्या? हमारी तो अभी से ही सुलगने लगी है, और पाँच तारीख तक तो…

व्यंग्य: मुसलमानों से दिवाली मनवाने की साजिश कर रहे मोदी: बकैत कुमार | Ravish Kumar Prime Time

9 बजे टीवी पर एक आदमी आता है और बत्ती, फ्लैशलाइट, दीया, टॉर्च आदि जलाने के लिए कहता है। ये लिबरल और सेकुलर लोगों पर हमला नहीं है?

रवीश है खोदी पत्रकार, BHU प्रोफेसर ने भोजपुरी में विडियो बनाके रगड़ दी मिर्ची (लाल वाली)

प्रोफेसर कौशल किशोर ने रवीश कुमार को सलाह देते हुए कहा कि वो थोड़ी सकारात्मक बातें भी करें। जब प्रधानमंत्री देश की जनता की परेशानी के लिए क्षमा माँग रहे…

प्राइम टाइम स्क्रिप्ट: जनता कर्फ्यू आपातकाल की टेस्टिंग, थाली बजाना गरीबों को बेइज्जत करने की मुहिम

आप ही बताइए कि क्या प्रधानमंत्री के बोलने से कोरोना मर जाएगा? तब तो हर देश के प्रधानमंत्री को माइक ले कर, संबोधन दे देना चाहिए, कोरोना मर जाएगा। जबकि…

कटाक्ष: रवीश की स्क्रिप्ट लीक, कहा जनता कर्फ्यू है आपातकाल की टेस्टिंग। Ajeet Bharti on Ravish kumar

जनता कर्फ्यू आपातकाल की टेस्टिंग, थाली बजाना गरीबों को बेइज्जत करने की मुहिम। रवीश की स्क्रिप्ट लीक हो गई है। उन्होंने कहा कि...

जब ‘दुकानदार’ राजदीप सरदेसाई से डरते थे रवीश कुमार, पिछले दरवाजे से आते थे दफ्तर

वे 'देवानंद' बनना चाहते थे, लेकिन बन गए कुंठित पत्रकार। सो, खीझ होनी स्वभाविक है। इसलिए ताज्जुब नहीं होना चाहिए कि राजदीप सरदेसाई को अब रवीश कुमार भी दुकानदार बता…