फँस गए संजय निरूपम या हुआ धोखा: खेल रत्न अवार्ड पर ‘ऐतिहासिक’ के बाद ‘ओछी हरकत’ से की अलटी-पलटी
राजीव गाँधी खेल रत्न अवार्ड का नाम बदल कर मेजर ध्यानचंद के नाम पर किए जाने के बाद कॉन्ग्रेस नेता संजय निरूपम इस फैसले पर कंफ्यूज हो कर...
राजीव गाँधी खेल रत्न अवार्ड का नाम बदल कर मेजर ध्यानचंद के नाम पर किए जाने के बाद कॉन्ग्रेस नेता संजय निरूपम इस फैसले पर कंफ्यूज हो कर...
जनवरी 1990 में बोफोर्स घोटाले को लेकर FIR हुई। उसी साल नवंबर में वीपी सिंह की सरकार गिर गई। कॉन्ग्रेस की कृपा से चंद्रशेखर PM बने। फिर राजीव गाँधी का…
'द वीक' में सुनीता कोहली के लेख में कई बड़े खुलासे किए गए हैं। इसके मुताबिक, राजीव गाँधी ने भोपाल गैस त्रासदी के कुछ महीने बाद ही अपने वैनिटी प्रोजेक्ट…
भारत में अगर किसी पार्टी को कभी सबसे ज्यादा सीटें मिलीं तो वो थी 1984 में कॉन्ग्रेस को मिली 414 सीट। इसके बाद राजीव गाँधी प्रधानमंत्री बने।
इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद हुए 1984 सिख नरसंहार के बारे में राजीव गाँधी ने कहा था कि जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती…
राजीव गाँधी का राजनीतिक जीवन कई प्रकार से दागदार रहा। इसमें बोफोर्स घोटाला और भोपाल गैस त्रासदी से लेकर कश्मीरी पंडितों का पलायन है।
राजीव गाँधी फाउंडेशन समेत 3 ट्रस्टों की फंडिंग को लेकर उपजे विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्रालय सख्त है और अंतर-मंत्रालय जाँच बिठा दी गई है।
राजीव गॉंधी फाउंडेशन को मेहुल चोकसी से 2014-15 में अघोषित दान मिला था। वह हजारों करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले में आरोपित है।
तजिंदर बग्गा ने पूछा कि अगर सिख नरसंहार में राजीव गाँधी का हाथ नहीं होता तो इसमें शामिल लोगों को मंत्रिपद देकर क्यों नवाजा जाता?
तजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ FIR हुई है। इसके बाद बग्गा ने राजीव गाँधी को दोबारा हत्यारा बताया और कॉन्ग्रेस के सामने झुकने से इनकार...