6 दिसंबर 1992 इस बात का प्रमाण है कि ‘अयोध्या’ वही है, जिसे युद्ध में पराजित नहीं किया जा सकता
“श्रीराम को अयोध्या से अलग करने का कोई प्रश्न ही नहीं। अयोध्या की पहचान ही राम से है, हिन्दुओं की आस्था के गलत होने का कोई प्रमाण नहीं।”
“श्रीराम को अयोध्या से अलग करने का कोई प्रश्न ही नहीं। अयोध्या की पहचान ही राम से है, हिन्दुओं की आस्था के गलत होने का कोई प्रमाण नहीं।”
मोदी-योगी ने भारतीय परंपराओं को न केवल वैश्विक पहचान दी है, बल्कि हमारे सांस्कृतिक विमर्शों को नए सिरे से अलंकृत और परिभाषित भी किया है।
दीवाली की पूर्व संध्या पर योगी आदित्यनाथ ने भी अयोध्या में पूजा-अर्चना की। दीपोत्सव समारोह 13 नवंबर को 'छोटी दिवाली' के साथ शुरू हो चुका है।
ऐतिहासिक राम मंदिर की नींव पड़ने के बाद पहली बार अयोध्या में दिवाली का त्योहार मन रहा है। ऐसे में तैयारी भी खास है। सीएम योगी आदित्यनाथ अपने कई सहयोगी…
13 नवंबर को होने वाले दीपोत्सव को लेकर अयोध्या में तैयारियाँ जोरों पर हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ खुद श्रीरामजन्मभूमि पहुँचकर रामलला के दर्शन करेंगे और वहां दीप प्रज्ज्वलित करेंगे।
रामलीला के पहले एपिसोड के व्यूज 1 मिलियन यानी लगभग 10 लाख से ज़्यादा हो चुके हैं। जबकि दूसरे एपिसोड के वीडियो को अब तक लगभग 9 लाख से अधिक…
मीडिया के दुष्प्रचार ने आतंकियों को बदला लेने, हिंदुओं के खिलाफ अभियान चलाने और हिंसा के लिए संप्रदाय विशेष के सभ्य लोगों को भड़काने का काम किया।
"श्री रामजन्मभूमि मन्दिर का निर्माण भारत की प्राचीन निर्माण पद्धति से किया जा रहा है ताकि वह सहस्त्रों वर्षों तक न केवल खड़ा रहे, अपितु भूकम्प, झंझावात अथवा अन्य किसी…
5 अगस्त यानी 8 दिन पहले महंत नृत्य गोपाल दास प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन में शामिल हुए थे। इसके…
16वीं शताब्दी में ठाकुर गज सिंह ने मंदिर की रक्षा के लिए मुग़लों से लड़ाई लड़ी। लेकिन वे रक्षा नहीं कर पाए। फिर पगड़ी न धारण करने और...