2024 के लोकसभा चुनाव की बात करना जल्दबाजी है फिर भी हमें बात करनी होगी: जानिए क्यों?
पूरा कॉन्ग्रेस-लेफ्ट इकोसिस्टम 2024 तक इस बदलाव की झूठी उम्मीदों को जिन्दा रखने की पूरी कोशिश करेगा। फासीवाद का रोना रोकर भी जो अवसर न मिल पाया, इस इकोसिस्टम को…
पूरा कॉन्ग्रेस-लेफ्ट इकोसिस्टम 2024 तक इस बदलाव की झूठी उम्मीदों को जिन्दा रखने की पूरी कोशिश करेगा। फासीवाद का रोना रोकर भी जो अवसर न मिल पाया, इस इकोसिस्टम को…
सवाल यह है कि ये चीजें कब बदलेंगी? बच्चों को उनकी किस्मत के भरोसा छोड़ा जाना एक गैर जिम्मेदाराना काम होगा।
केरल में जिस दिन विजयन ने करीब 500 लोगों वाले समारोह में शपथ ली, उसी दिन कोरोना के 30 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं।
वामपंथी दलों के वैचारिक दोगलापन की पहली शिकार नहीं हैं शैलजा। आधी आबादी हमेशा से 'शो पीस' बने रहने को मजबूर।
हमारे पास 12 ऐसे उदाहरण हैं, जब वामपंथी मीडिया ने कोरोना की दूसरी लहर से ठीक पहले अपने ऑनलाइन पोर्टल्स पर वैक्सीन को लेकर फैक न्यूज फैलाई और लोगों के…
सच यही है कि कपटी कम्युनिस्टों ने हमेशा इस देश को बाँटने का काम किया है। तोड़ने का काम किया है। झूठ को, कोरे-सफेद झूठ को स्थापित किया है।
स्टॉकिंग के प्रमाण ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी में नस्लवाद का शिकार होने वाली स्टूडेंट यूनियन की पूर्व अध्यक्ष रश्मि सामंत ने भी पेश किए।
एक अन्य ट्विटर हैन्डल से कहा गया कि मोदी किसी अगले जन्म में सजा नहीं भुगतेगा। यह सत्ता में रहने वालों की बनाई हुई एक कल्पना है जिससे आम आदमी…
बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमितों के विषय में जो बताया गया ऐसे सभी दावे अफवाह मात्र हैं। उन्होंने कहा कि वह रोजाना सुबह 5 से 10 बजे…
फिल्म निर्माता हंसल मेहता सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। इस बार विवादों में घिरने के बाद उन्होंने...