नंदीग्राम में पस्त ममता बनर्जी लौट के भवानीपुर आएँगी? TMC के शोभनदेव चट्टोपाध्याय का विधायकी से इस्तीफा
भावनीपुर विधानसभा सीट से टीएमसी के शोभनदेव चट्टोपाध्याय के इस्तीफे के बाद ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने का रास्ता साफ
भावनीपुर विधानसभा सीट से टीएमसी के शोभनदेव चट्टोपाध्याय के इस्तीफे के बाद ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने का रास्ता साफ
आज जो बंगाल में हो रहा, वो बंगाल में पहले वामपंथियों और फिर टीएमसी की शासन में फैलाई गई वैमनस्यता और घृणा की पुरानी राजनीति की परिणति है।
"जो है उसमें से अपने मतलब का सीन ही देखना है" से चलकर "कुछ नहीं दिख रहा है" - यही है वाम-तंत्री रिपोर्टिंग का क्रमिक विकास।
बंगाल कॉन्ग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के अनुसार पार्टी तो सिर्फ अस्तित्व के लिए लड़ रही थी। इस चुनाव में उसका कुछ भी दाँव पर नहीं था।
बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं के बाद अब पार्टी की दो पोल एजेंट से गैंगरेप की खबर आ रही है। कई अन्य जगहों पर भी हिंसा की खबर है।
पश्चिम बंगाल में न केवल कॉन्ग्रेस खाता खोलने में विफल रही है, बल्कि जिन दो सीटों पर राहुल गाँधी गए वो भी पार्टी नहीं बचा पाई।
बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या से कुछ देर पहले ही फेसबुक पर आकर उन्होंने हमलावरों के बारे में बताया था।
बांग्लादेश के सीमावर्ती मुस्लिम बहुल इलाकों में ममता की पार्टी टीएमसी का दबदबा 2021 विधानसभा चुनावों में साफ नजर आया।
सायोनी घोष ने शिवलिंग को कंडोम पहनाते हुए एक तस्वीर शेयर कर भगवान शिव का मजाक बनाया था। कॉन्ग्रेस की बिंदु कृष्णा ने 'बीफ फेस्टिवल' का आयोजन किया था।
यह टीवी मीडिया और छद्म बुद्धिजीवियों की बनाई दुनिया थी, जिसने भाजपा का सब कुछ बंगाल में दाँव पर बता दिया। भाजपा के पास खोने को था ही क्या?