‘जब कारसेवक बाबरी गिराकर निकले, तो अयोध्या दीपों से जगमगा रही थी, ऐसी दिवाली कभी नहीं देखी’
"शाम ढलने के बाद जब अयोध्या की गलियों में निकले तो हर घर के बाहर दिए जले हुए थे। मानो वर्षों के बाद राम अयोध्या लौटे हों।"
"शाम ढलने के बाद जब अयोध्या की गलियों में निकले तो हर घर के बाहर दिए जले हुए थे। मानो वर्षों के बाद राम अयोध्या लौटे हों।"
ओवैसी के इस ट्वीट पर कई प्रतिक्रियाएँ आई हैं। इनमें से अधिकांश समुदाय विशेष के हैं। इनका भी यही कहना है कि बाबरी मस्जिद थी और रहेगी।
जन्मभूमि से इतनी दिक्कत क्योंकि विदेशियों की फेंकी हुई बोटियों पर पलने वाले कुत्तों की दशकों की मेहनत पर ये एक झटके में पानी फेर देता है।
अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन से ठीक एक दिन पहले इस पूरे कार्यक्रम की एक तरह से नींव रखने वाले पुजारी को मौत की धमकी मिली है।
आधी जानकारी ही दबा दी गई है। इसका एक मतलब यह भी है कि मुख्यधारा मीडिया के लिए हिंदुओं की जान का कोई मूल्य ही नहीं है।
केके नायर, अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट। तब देश के PM थे नेहरू। आदेश आया कि राम मंदिर से हिंदुओं को खदेड़ दो। नौकरी को लात मार नायर अड़ गए और...
अखंड श्रीरामचरित मानस पाठ में अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, मॉरीशस, हालैंड, हंगरी, इंग्लैंड आदि देशों के लोग भी पाठ करेंगे। हर कोई एक घंटे तक...
दान की भूमि पर मस्जिद का निर्माण नहीं किया जा सकता है, ऐसा होने पर मस्जिद में की गई दुआ कबूल नहीं होती है। नतीजतन मुस्लिम समाज को उस स्थान…
इस पावन घड़ी की प्रतीक्षा करते हुए पीढ़ियाँ ख़त्म हो गईं। राम के नाम में आस्था रखने वालों ने 5 शताब्दी तक इस अवसर की प्रतीक्षा की।
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर भगवान राम के थ्रीडी चित्र प्रदर्शित होंगे।